शिमला: शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने हिमुडा के द्वारा की जा रही कार्य परियोजनाओं को समय अवधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं. मंत्री ने अधिकारियों को हिमुडा को एक व्यवसायिक संस्था की तरह संचालित करने का परामर्श भी दिया.
मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सम्पत्ति के क्रय व विक्रय संबंधी कार्य को व्यवसायिक रूप से कार्यान्वित किया जाना चाहिए, जो इसका उत्तरदायित्व भी है. सुरेश भारद्वाज ने हिमुडा के स्मार्ट सिटी शिमला व धर्मशाला के डिपोजिट वर्क्स और अन्य कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही.
उन्होंने गत तीन वर्षों में किए गए कार्यों की प्रगति पर विचार विमर्श करने के पश्चात आगामी कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए. शहरी विकास मंत्री ने कहा कि किसी भी तरह की सम्पत्ति को खरीदते समय इसकी वित्तीय व्यवहारिकता को ध्यान में रखना आवश्यक है.
हिमुडा के राजस्व में हो वृद्धि : सुरेश भारद्वाज
उन्होंने अधिकारियों को ऐसी कार्यनीति को अमल में लाने का सुझाव दिया, जिससे हिमुडा के व्यय में कमी आए और राजस्व में वृद्धि हो सके. उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को मांग व प्राथमिकता के आधार पर संचालित करना होगा.
उन्होंने हिमुडा द्वारा निर्मित किए जा रहे भवनों और प्लॉट की बिक्री के पारम्परिक दृष्टिकोण को छोड़कर आधुनिक तरीके अपनाने की सलाह दी. उन्होंने हिमुडा को विज्ञापन के आधुनिक माध्यमों को अपनाने का सुझाव भी दिया. सुरेश भारद्वाज ने अधिकारियों को जाठिया देवी में परियोजना को कार्यान्वित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश भी दिए.
रिक्त पद भरने के भी निर्देश
उन्होंने हिमुडा को परवाणु व बद्दी में उद्योगों की मांग को देखते हुए औद्योगिक प्लॉटों को नीलाम करने व बड़े प्लॉटों को छोटे औद्योगिक प्लॉटों में परिवर्तित करने और शिमला और धर्मशाला स्मार्ट सिटी के कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को हिमुडा में रिक्त पड़े पदों को भरने के निर्देश भी दिए, ताकि श्रम शक्ति की कमी के कारण परियोजनाओं को पूरा करने में विलंब न हो.