शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. प्रदेश सरकार निराश्रित लड़कियों को घर बनाने के 4 बिस्वा जमीन और पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाएगी. दरअसल, बुधवार को एक निराश्रित लड़की मुख्यमंत्री से मिलने सचिवालय आई थी. लड़की ने सीएम से अपनी समस्या बताई. लड़की 27 साल की है, निराश्रित के पास रहने के लिए कोई घर नहीं है और न ही वह अनाथ आश्रम में रह सकती है. क्योंकि 26 साल से ज्यादा आयु के बाद वह वहां नहीं रह सकती.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने समस्या सुनने के बाद आश्रमों में रहने की आयु भी एक साल बढ़ा कर 27 साल कर दी है. इसके साथ ही सभी निराश्रित लड़कियों को 4-4 बिस्वा जमीन देने के साथ ही घर बनाने के लिए जमीन देने के भी आदेश दिए है. अब वह बालिका एक वर्ष तक अनाथालय में रह सकती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बालिका को घर बनाने के लिए भूमि और पर्याप्त धनराशि भी प्रदान की जाएगी. एक वर्ष के भीतर उसका अपना आशियाना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक निराश्रित बालिका को घर बनाने के लिए 4 बिस्वा भूमि और पर्याप्त धनराशि भी प्रदान करेगी.
हिमाचल में सुखविंदर सरकार मानवीय सरोकारों को विशेष अधिमान देते हुए सेवा और सुशासन के रास्ते पर आगे बढ़ रही है. मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने के दो माह के भीतर ही सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अनेक पहल कर बेसहारा व जरूरतमंद लोगों को सहारा प्रदान किया है. नववर्ष पर मुख्यमंत्री ने सुख-आश्रय सहायता कोष की स्थापना की. मुख्यमंत्री की पहल से सुख-आश्रय सहायता कोष के माध्यम से अब अनेक लोगों की जिंदगी संवरने लगी है. वहीं, अब निराश्रित लड़कियों के लिए घर बनाने के लिए जमीन और धन देने का बड़ा फैसला सरकार ने लिया है.
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