शिमला: हिमाचल में सुक्खू सरकार ने एनपीएस कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल की है और 2003 के बाद लगे कर्मचारियों को यह पेंशन मिलने भी लगी है. दरअसल, दो कर्मचारियों को पेंशन मिली है और जल्द ही अन्य कर्मचारियों को भी मिलनी शुरू हो जाएगी. अब इन कर्मचारियों की लड़ाई केंद्र के पास पड़े अपने शेयर को वापस लाने की है. एनपीएस कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा 1 अक्टूबर को अन्य राज्यों सहित हिमाचल के कर्मचारी दिल्ली में इसको लेकर धरना प्रदर्शन करेंगे.
दो सेवानिवृत्ति कर्मचारियों को ओपीएस की तर्ज पर मिली पेंशन: दरअसल, प्रदीप ठाकुर ने बताया कि एनपीएस के अंदर आने वाले दो कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद हूबहू ओपीएस की तर्ज पर पेंशन मिली है. जल्द अन्य सेवानिवृत कर्मचारियों को भी पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी. इसके लिए कर्मचारी प्रदेश सरकार के आभारी है. बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को भी ओपीएस कटौती पत्र जारी हो गए हैं, उन्हें भी इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश का केंद्र सरकार के पास एक हजार करोड़ के करीब एनपीएस शेयर है. कर्मचारी केंद्र से लगातार इसकी वापसी की मांग कर रहे हैं. अगर यह जल्द नहीं मिलता है तो पूरे देश भर से कर्मचारी 1 अक्टूबर को दिल्ली के अंदर महारैली करने जा रहे हैं. जिसमें देश भर से 7 लाख के करीब कर्मचारी हिस्सा लेंगे. इस महाधरने के द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों को ओपीएस की मांग भी की जाएगी.
NPS लागू होने के बाद से 4 हजार कर्मचारी हो चुके रिटायर: बता दे कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद ओल्ड पेंशन बहाल कर दी थी और अब हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम मिलनी शुरू हो गई है. इसकी शुरुआत कांगड़ा के सरदारी लाल और मंडी के चिंतराम शास्त्री से हुई है. इन्हें 2003 से पहले वाली पुरानी पेंशन मिल गई है. हिमाचल में NPS लागू होने के बाद से 4 हजार से भी ज्यादा कर्मचारी रिटायर हो चुके हैं या जिनकी मृत्यु हो गई है. उन्हें भी OPS मिलेगी. बशर्ते इसके लिए रिटायर कर्मचारियों को केंद्र के पास जमा स्टेट शेयर खुद वापस लेना होगा और उसे ट्रेजरी में जमा करना होगा.
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