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शिमलाः हॉस्टल सुविधा नहीं मिलने से छात्र परेशान, किराए के कमरों में रहने को मजबूर हैं छात्र

शिमला के कॉलेजों में छात्रावास की सुविधा नहीं मिलने से छात्र परेशान हैं. जिसके चलते एबीवीपी ने कोटशेरा और संजौली कॉलेज के प्रधानाचार्यों को ज्ञापन सौंपे. छात्रों का कहना है कि कोटशेरा कॉलेज में न तो लड़कों के लिए और न ही लड़कियों के लिए छात्रावास बनाया गया है. कोटशेरा कॉलेज में छात्रावास की सुविधा नहीं होने से यहां पढ़ने वाले छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. छात्रों को किराए के कमरों में रहना पड़ता है.

lack of hostel facility in Shimla
फोटो.
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Published : Mar 9, 2021, 7:13 PM IST

Updated : Mar 9, 2021, 7:53 PM IST

शिमलाः राजधानी के महाविद्यालयों में छात्रावास की सुविधा नहीं होना छात्रों के लिए परेशानी बन गया है. छात्रावास नहीं होने से छात्र किराए के कमरों में रहने के लिए मजबूर हैं. इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत दूर दराज व जनजातीय क्षेत्रों से शिमला पढ़ने आए छात्रों के लिए है. लंबे समय से छात्र इन मांगों को कॉलेज प्रशासन के समक्ष भी रखते रहे हैं, लेकिन अब तक छात्रों की कोई सुनवाई नहीं हुई है.

छात्रावास की सुविधा की मांग

बुधवार को छात्रावास की मांग को लेकर छात्र संगठन एबीवीपी ने कोटशेरा कॉलेज और संजौली कॉलेज प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपा. यहां बता दें कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंसी कॉलेज संजौली में लड़कों के लिए छात्रावास तो हैं, लेकिन लड़कियों के लिए अब तक छात्रावास नहीं बना है.

किराए के कमरों में रहने को मजबूर छात्र

कोटशेरा कॉलेज में न तो लड़कों के लिए और न ही लड़कियों के लिए छात्रावास बनाया गया है. कोटशेरा कॉलेज में छात्रावास की सुविधा नहीं होने से यहां पढ़ने वाले छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. छात्रों को किराए के कमरों में रहना पड़ता है. कोटशेरा कॉलेज में छात्रावास बनाने को लेकर काफी समय से छात्र मांग करते आए हैं. लेकिन अब तक छात्रों को ये सुविधा नहीं मिल पाई है.

एबीवीपी ने कोटशेरा कॉलेज प्रधानाचार्य को सौंपा ज्ञापन

बुधवार को छात्रावास की मांग को लेकर एबीवीपी ने कोटशेरा कॉलेज के प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपा. एबीवीपी इकाई सचिव आकाश वर्मा ने बताया कि कोटशेरा कॉलेज जिला शिमला का ऐसा कॉलेज है जहां लगभग हर जिला से छात्र पढ़ाई करने आते हैं. यहां तक कि जनजातिय इलाकों से भी छात्र-छात्राएं इस कॉलेज में पढाई करने आती हैं. लेकिन अभी भी यहां पर छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास नहीं बन पाया है. दूर दराज के इलाकों के छात्रों के लिए भी यहां किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में कम से कम जनजातीय छात्र-छात्राओं के लिए यहां छात्रावास की सुविधा दी जानी चाहिए.

कॉन्फ्रेंस हॉल की रखी मांग

इसके अलावा एबीवीपी ने कोटशेरा कॉलेज में कॉन्फ्रेंस हॉल की सुविधा देने की मांग की है. एबीवीपी ने प्रधानाचार्य से मांग की है कि जल्द छात्रों की समस्याओं को दूर किया जाए. कोटशेरा कॉलेज प्रधानाचार्य ने भी छात्रों को आश्वासन दिया है कि इन मांगों को जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा.

एबीवीपी संजौली इकाई ने रखी मांगें

एबीवीपी संजौली इकाई ने भी छात्रावास की सुविधा उपलब्ध करवाने को लेकर प्रधानाचार्य डॉ. मेहता को ज्ञापन सौंपा. इकाई सचिव कर्ण शर्मा ने कहा कि संजौली कॉलेज एक मात्र एसा कॉलेज है जिसे एक्सीलेंस का दर्जा मिली है, लेकिन कॉलेज में छात्राओं के लिए अभी तक छात्रावास नहीं बन पाया है. संजौली कॉलेज प्रधानाचार्य को सौंपे गए ज्ञापन में एबीवीपी ने मांग की है कि यहां छात्राओं के लिए जल्द छात्रावास की सुविधा दी जाए, कॉलेज के छात्रावासों का नवीकरण किया जाए.

ये भी पढ़ेंः- उत्तराखंड के सीएम का इस्तीफा, इस उठापटक का क्या होगा हिमाचल पर असर?

शिमलाः राजधानी के महाविद्यालयों में छात्रावास की सुविधा नहीं होना छात्रों के लिए परेशानी बन गया है. छात्रावास नहीं होने से छात्र किराए के कमरों में रहने के लिए मजबूर हैं. इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत दूर दराज व जनजातीय क्षेत्रों से शिमला पढ़ने आए छात्रों के लिए है. लंबे समय से छात्र इन मांगों को कॉलेज प्रशासन के समक्ष भी रखते रहे हैं, लेकिन अब तक छात्रों की कोई सुनवाई नहीं हुई है.

छात्रावास की सुविधा की मांग

बुधवार को छात्रावास की मांग को लेकर छात्र संगठन एबीवीपी ने कोटशेरा कॉलेज और संजौली कॉलेज प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपा. यहां बता दें कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंसी कॉलेज संजौली में लड़कों के लिए छात्रावास तो हैं, लेकिन लड़कियों के लिए अब तक छात्रावास नहीं बना है.

किराए के कमरों में रहने को मजबूर छात्र

कोटशेरा कॉलेज में न तो लड़कों के लिए और न ही लड़कियों के लिए छात्रावास बनाया गया है. कोटशेरा कॉलेज में छात्रावास की सुविधा नहीं होने से यहां पढ़ने वाले छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. छात्रों को किराए के कमरों में रहना पड़ता है. कोटशेरा कॉलेज में छात्रावास बनाने को लेकर काफी समय से छात्र मांग करते आए हैं. लेकिन अब तक छात्रों को ये सुविधा नहीं मिल पाई है.

एबीवीपी ने कोटशेरा कॉलेज प्रधानाचार्य को सौंपा ज्ञापन

बुधवार को छात्रावास की मांग को लेकर एबीवीपी ने कोटशेरा कॉलेज के प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपा. एबीवीपी इकाई सचिव आकाश वर्मा ने बताया कि कोटशेरा कॉलेज जिला शिमला का ऐसा कॉलेज है जहां लगभग हर जिला से छात्र पढ़ाई करने आते हैं. यहां तक कि जनजातिय इलाकों से भी छात्र-छात्राएं इस कॉलेज में पढाई करने आती हैं. लेकिन अभी भी यहां पर छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास नहीं बन पाया है. दूर दराज के इलाकों के छात्रों के लिए भी यहां किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में कम से कम जनजातीय छात्र-छात्राओं के लिए यहां छात्रावास की सुविधा दी जानी चाहिए.

कॉन्फ्रेंस हॉल की रखी मांग

इसके अलावा एबीवीपी ने कोटशेरा कॉलेज में कॉन्फ्रेंस हॉल की सुविधा देने की मांग की है. एबीवीपी ने प्रधानाचार्य से मांग की है कि जल्द छात्रों की समस्याओं को दूर किया जाए. कोटशेरा कॉलेज प्रधानाचार्य ने भी छात्रों को आश्वासन दिया है कि इन मांगों को जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा.

एबीवीपी संजौली इकाई ने रखी मांगें

एबीवीपी संजौली इकाई ने भी छात्रावास की सुविधा उपलब्ध करवाने को लेकर प्रधानाचार्य डॉ. मेहता को ज्ञापन सौंपा. इकाई सचिव कर्ण शर्मा ने कहा कि संजौली कॉलेज एक मात्र एसा कॉलेज है जिसे एक्सीलेंस का दर्जा मिली है, लेकिन कॉलेज में छात्राओं के लिए अभी तक छात्रावास नहीं बन पाया है. संजौली कॉलेज प्रधानाचार्य को सौंपे गए ज्ञापन में एबीवीपी ने मांग की है कि यहां छात्राओं के लिए जल्द छात्रावास की सुविधा दी जाए, कॉलेज के छात्रावासों का नवीकरण किया जाए.

ये भी पढ़ेंः- उत्तराखंड के सीएम का इस्तीफा, इस उठापटक का क्या होगा हिमाचल पर असर?

Last Updated : Mar 9, 2021, 7:53 PM IST
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