शिमलाः नवरात्राें के दाैरान जहां एक ओर प्रशासन ने मंदिर खाेलकर श्रद्धालुओं के लिए राहत दी है. वहीं, चढ़ावे में राेक लगाकर मंदिराें के बाहर दुकानें लगाने वाले काराेबारियाें के लिए आफत खड़ी कर दी है. अब न ताे लाेग उनसे प्रसाद ले रहे हैं और न ही चुन्नी व नारियल. ऐसे में जिन काराेबारियाें का पूरा काराेबार नवरात्राें में ही हाेता था, उनके लिए परेशानी खड़ी हाे गई है.
काराेबारियों को बड़ा नुकसान
नवरात्राें से पहले कई काराेबारी हजाराें रुपए का सामान लाए थे, लेकिन अब वह बिकेगा नहीं क्याेंकि प्रशासन के आदेशाें के बाद काराेबारियाें से सामान काेई नहीं ले रहा है. मंगलवार काे पहले नवरात्रे के दिन मंदिराें के बाहर बैठे काराेबारियाें का कामकाज बिलकुल ठप रहा. एक साल से मंदिर बंद थे. पिछले दाे नवरात्राें में भी मंदिर बंद हाेने के कारण उनका कामकाज ठप रहा.
प्रशासन ने पहले नहीं दी जानकारी
शिमला के प्रसिद्ध कालीबाड़ी मंदिर के बाहर प्रसाद की दुकान करने वाले रमेश मिश्रा ने कहा कि प्रशासन ने एक दिन पहले चढ़ावे के लिए मनाही कर दी है, जबकि वे सामान भी लेकर आ गए हैं. उनका कहना है कि 15 दिन पहले अगर प्रशासन यह बात बताता, ताे वे सामान नहीं लाते. वहीं, नीलम ने कहा कि एक साल से उनका कामकाज ठप है. पिछले दाे नवरात्राें में मंदिर बंद थे. अब जब मंदिर खाेल दिए हैं ताे भी हमे फायदा नहीं हुआ.
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