शिमला: देश के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हैं प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है. रोजाना बढ़ रही मरीजों की संख्या से सरकार और प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई है.
कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेश सरकार ने शिमला स्थित डीडीयू अस्पताल को एक बार फिर से डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है. सीएम ने सोमवार को बिलासपुर में अधिकारियों से कोरोना संक्रमण पर चर्चा करते हुए कहा कि होम आइसोलेशन प्रणाली को मजबूत करना समय की मांग है, क्योंकि कोविड-19 के सक्रिय मामलों में से लगभग 95 प्रतिशत होम आइसोलेशन में हैं.
सीएम जयराम ने कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रसार की गति बहुत तेज है और यह और भी अधिक घातक है, क्योंकि राज्य में पिछले 50 दिनों के दौरान मृतकों की संख्या 970 से 1177 हो गई है. आशा कार्यकर्ताओं को अन्य गम्भीर बीमारियों से ग्रसित कोविड-19 मरीजों का रिकॉर्ड तैयार करना चाहिए, ताकि कोविड-19 मरीजों का बेहतर उपचार किया जा सके.
हिमाचल में कोरोना से 'जंग'
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए 1,800 बेड हैं रिजर्व रखे गए हैं. इसमें 800 बेड ऑक्सीजन के साथ हैं, जबकि 500 वेंटिलेटर हैं. इसके साथ ही प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल में 50 बेड और बढ़ाने का सरकार ने निर्णय लिया है.
हिमाचल में वैक्सीनेशन
प्रदेश में शुक्रवार को 45 से 60 वर्ष के 20,785 लोगों को पहली डोज दी गई, जबकि 584 लोगों को दूसरी डोज दी गई. 45 से 60 साल की उम्र के 511801 लोगों का अब तक कोरोना की पहली डोज लग चुकी है. वहीं, 60 वर्ष से अधिक उम्र के 9553 लोगों को आज कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई, जबकि 5810 लोगों को दूसरी डोज दी गई है.
हिमाचल में कोरोना के आंकड़े
हिमाचल में अब तक 13,92,242 लोगों के कोरोना टेस्ट हो चुके हैं. 78,070 लोग कोरोना का शिकार हो चुके हैं, जबकि 67,072 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं. इस समय हिमाचल में कोरोना के 9,783 एक्टिव केस हैं. जबकि 1190 लोगों की मौत हो चुकी है. सोमवार को हिमाचल में 1695 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 593 मरीज ठीक हुए हैं, जबकि सोमवार को कोरोना से 13 लोगों की मौत हुई है.