ETV Bharat / state

स्वर्ग से लौटे देवता शमशरी महादेव! ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों के साथ किया भव्य स्वागत - शमशरी महादेव रामपुर

हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में स्थानीय लोगों के अनुसार ग्रामीण देवता माघ माह में हर साल स्वर्ग के प्रवास पर जाते हैं. रामपुर क्षेत्र के आराध्य देव शमशरी महादेव 16 दिनों के बाद स्वर्ग प्रवास से लौटे हैं. क्षेत्र के लोगों को भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार था.

special story on shamshri mahadev
स्वर्ग से लौटे देवता शमशरी महादेव
author img

By

Published : Jan 30, 2020, 8:41 PM IST

रामपुर: हिमाचल अपनी देव परंपराओं के लिए विश्वभर में विख्यात है. यहां की संस्कृति और देव मान्यताओं के कारण ही हिमाचल को देवभूमि कहा जाता है. अगर बात हिमाचल के पहाड़ी इलाकों की करे तो स्थानीय लोगों के अनुसार ग्रामीण देवता माघ माह में हर साल स्वर्ग के प्रवास पर जाते हैं.

मान्यता है कि कोई देवता 16 दिन तो कोई एक महीने में और कोई डेढ़ महीने में स्वर्ग से लौटते हैं. इसी कड़ी में रामपुर क्षेत्र के आराध्य देव शमशरी महादेव 16 दिनों के बाद स्वर्ग प्रवास से लौटे हैं. क्षेत्र के लोगों को भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार था.

वीडियो रिपोर्ट

मान्यता है कि देवता स्वर्ग से लौटते ही साल भर की भविष्यवाणी करते हैं. साल कैसा रहने वाला है, अकाल या विपदाएं तो नहीं आने वाली हैं, बारिश होगी या नहीं, महामारी तो नहीं फैलने वाली ऐसी सारी बातें देवता गुर के माध्यम से लोगों को बताते हैं.

शमशरी महादेव मंदिर के पुजारी गुड्डू ने बताया की परम्परा के अनुसार शमशरी देवता 16 दिनों के लिए स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं. वहां देवी देवताओं की बैठक होती है. इस बार देवता ने भविष्यवाणी में बताया है कि इस साल फसल अच्छी रहने वाली है, इलाके में बारिश भी सही से होगी और साथ में महामारी का भी भय नहीं होगा.

मंदिर पुजारी गुड्डू ने बताया कि यह परम्परा सदियों से चली आ रही है. देवता 14 जनवरी को स्वर्ग गए और 30 जनवरी को वापस आए हैं. जितने भी देवता गुरुवार को स्वर्ग से लौटे हैं उन सभी ने साल अच्छा गुजरने की भविष्यवाणी की है.

ये भी पढ़ें: हमीरपुर में रिजेक्टेड अभ्यर्थियों ने डीसी को सौंपा ज्ञापन, जानें क्या है पूरा मामला

रामपुर: हिमाचल अपनी देव परंपराओं के लिए विश्वभर में विख्यात है. यहां की संस्कृति और देव मान्यताओं के कारण ही हिमाचल को देवभूमि कहा जाता है. अगर बात हिमाचल के पहाड़ी इलाकों की करे तो स्थानीय लोगों के अनुसार ग्रामीण देवता माघ माह में हर साल स्वर्ग के प्रवास पर जाते हैं.

मान्यता है कि कोई देवता 16 दिन तो कोई एक महीने में और कोई डेढ़ महीने में स्वर्ग से लौटते हैं. इसी कड़ी में रामपुर क्षेत्र के आराध्य देव शमशरी महादेव 16 दिनों के बाद स्वर्ग प्रवास से लौटे हैं. क्षेत्र के लोगों को भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार था.

वीडियो रिपोर्ट

मान्यता है कि देवता स्वर्ग से लौटते ही साल भर की भविष्यवाणी करते हैं. साल कैसा रहने वाला है, अकाल या विपदाएं तो नहीं आने वाली हैं, बारिश होगी या नहीं, महामारी तो नहीं फैलने वाली ऐसी सारी बातें देवता गुर के माध्यम से लोगों को बताते हैं.

शमशरी महादेव मंदिर के पुजारी गुड्डू ने बताया की परम्परा के अनुसार शमशरी देवता 16 दिनों के लिए स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं. वहां देवी देवताओं की बैठक होती है. इस बार देवता ने भविष्यवाणी में बताया है कि इस साल फसल अच्छी रहने वाली है, इलाके में बारिश भी सही से होगी और साथ में महामारी का भी भय नहीं होगा.

मंदिर पुजारी गुड्डू ने बताया कि यह परम्परा सदियों से चली आ रही है. देवता 14 जनवरी को स्वर्ग गए और 30 जनवरी को वापस आए हैं. जितने भी देवता गुरुवार को स्वर्ग से लौटे हैं उन सभी ने साल अच्छा गुजरने की भविष्यवाणी की है.

ये भी पढ़ें: हमीरपुर में रिजेक्टेड अभ्यर्थियों ने डीसी को सौंपा ज्ञापन, जानें क्या है पूरा मामला

Intro:रामपुर Body:


हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र में परम्परा के अनुसार स्थानीय ग्रामीण देवता माघ माह में हर वर्ष स्वर्ग प्रवास पर जाते है। लेकिन स्वर्ग से वापसी क्षेत्र के देवताओं की अलग अलग तिथि पर होती है। कोई देवता 16 दिन
के बाद तो कोई एक माह में और कोई डेढ़ माह में स्वर्ग से लौटते है।
इसी क्रम में क्षेत्र के आराध्य देव शमशरी महादेव 16 दिनों के बाद स्वर्ग प्रवास से लौटे है। क्षेत्र के लोगो को भी इस दिन की
बेसब्री से इन्तजार रहता है। क्यों की देवता स्वर्ग से लौटते ही साल भर की भविष्यवाणी करते हैं । साल कैसा रहने वाला है,अकाल या विपदाएं तो नहीं आने वाली हैं बारिश होगी या नहीं , महामारी तो नहीं फैलने वाली सारी बातें
देवता गुर के माध्यम से इस दौरान बताता है।
देवताओ ने अपने अपने गुरों के माध्यम से भविष्यवाणी में सुख समृद्धि के साथ शांति बनी रहने की भविष्यवाणी की । इस दौरान शमशरी देवता ने अपने
गुर के माध्यम से लोगों को चावल के दाने दे कर हर व्यक्ति का साल कैसे रहने वाला है यह भी बताया। उन्होंने किसी पर विपदा आने वाली है तो इस का निपटारा कैसे होगा तरकीब भी बताई ।
शमशरी महादेव मंदिर के पुजारी गुड्डू ने बताया की परम्परा के अनुसार शमशरी देवता 16 दिनों के लिए स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं । वहां देवी देवताओं की बैठक होती है। इस बार देवता ने भविष्यवाणी में आशीर्वाद सुखद दिया है। साल फसल अच्छी रहने , बारिशे भी सही होगी ,इलाका फलेगा फूलेगा , महामारी अदि का भी भय नहीं है।
मंदिर पुजारी गुड्डू ने बताया कि यह परम्परा सदियों से चली आ रही है। देवता 14 जनवरी
को स्वर्ग गए और 30 जनवरी को वापिस आये है । जितने भी देवता वीरवार को स्वर्ग से लौटे सभी ने साल अच्छा गुजरने की भविष्यवाणी की है। इससे लोगों में ख़ुशी की लहर है । शमशरी महादेव मंदिर में सुबह से ही भक्तजनों की भीड़ उमड़ी रही ।

बाइट ः स्थानीय निवासी Conclusion:16 दिन बाद मन्दिर लौटे शमशरी महादेव
● ढ़ोल-नगाड़ों के साथ किया भव्य स्वागत
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.