रामपुर: हिमाचल अपनी देव परंपराओं के लिए विश्वभर में विख्यात है. यहां की संस्कृति और देव मान्यताओं के कारण ही हिमाचल को देवभूमि कहा जाता है. अगर बात हिमाचल के पहाड़ी इलाकों की करे तो स्थानीय लोगों के अनुसार ग्रामीण देवता माघ माह में हर साल स्वर्ग के प्रवास पर जाते हैं.
मान्यता है कि कोई देवता 16 दिन तो कोई एक महीने में और कोई डेढ़ महीने में स्वर्ग से लौटते हैं. इसी कड़ी में रामपुर क्षेत्र के आराध्य देव शमशरी महादेव 16 दिनों के बाद स्वर्ग प्रवास से लौटे हैं. क्षेत्र के लोगों को भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार था.
मान्यता है कि देवता स्वर्ग से लौटते ही साल भर की भविष्यवाणी करते हैं. साल कैसा रहने वाला है, अकाल या विपदाएं तो नहीं आने वाली हैं, बारिश होगी या नहीं, महामारी तो नहीं फैलने वाली ऐसी सारी बातें देवता गुर के माध्यम से लोगों को बताते हैं.
शमशरी महादेव मंदिर के पुजारी गुड्डू ने बताया की परम्परा के अनुसार शमशरी देवता 16 दिनों के लिए स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं. वहां देवी देवताओं की बैठक होती है. इस बार देवता ने भविष्यवाणी में बताया है कि इस साल फसल अच्छी रहने वाली है, इलाके में बारिश भी सही से होगी और साथ में महामारी का भी भय नहीं होगा.
मंदिर पुजारी गुड्डू ने बताया कि यह परम्परा सदियों से चली आ रही है. देवता 14 जनवरी को स्वर्ग गए और 30 जनवरी को वापस आए हैं. जितने भी देवता गुरुवार को स्वर्ग से लौटे हैं उन सभी ने साल अच्छा गुजरने की भविष्यवाणी की है.
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