शिमला: हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड सहित 56 तरह के टेस्ट बिल्कुल मुफ्त होंगे. लोगों को किसी तरह का शुल्क सरकारी अस्पतालों, सीएचसी में नहीं देना होगा. आईजीएमसी प्रशासन मरीजों के निशुल्क होने वाले 56 प्रकार के फ्री टेस्ट के लिए अलग से व्यवस्था करेगा. टेस्ट के लिए मरीजों को ज्यादा भटकने की जरूरत नहीं रहेगी. आईजीएमसी में एआरटी सेंटर के पास बने भवन में यह टेस्ट किए जाएंगे. इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं.
लैब में सभी 56 टेस्ट फ्री किए जाएंगे
बताया जा रहा है कि अगले सप्ताह से यहां पर नई लैब शुरू कर दी जाएगी. इस लैब में सभी 56 टेस्ट फ्री किए जाएंगे. कोरोना काल में आईजीएमसी में हर जगह भीड़-भाड़ रहती थी. अभी तक आईजीएमसी में जहां पर सैंपल लिए जाते हैं, वहां पर काफी कम जगह है. सैंपल देने के लिए सुबह मरीजों की लंबी कतारें लगी रहती हैं. मरीजों को सैंपल देने के लिए आधे घंटे से ज्यादा लाइन में खड़े रहना पड़ता है. इससे सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण का खतरा बना रहता है.
कई लोग भीड़ से बचने के लिए निजी लैब में भी टेस्ट करवाने चले जाते थे, मगर अब सरकार ने 56 तरह के फ्री कर दिए हैं. ऐसे में टेस्ट करवाने वालों की भीड़ ज्यादा होने के आसार हैं. प्रशासन ने इसके लिए अलग से व्यवस्था करने का निर्णय लिया है, ताकि वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाया जा सके.
56 तरह के टेस्ट की मुफ्त सुविधा
अभी तक 56 टेस्ट की मुफ्त सुविधा जिन्हें दी जा रही थी उनमें कैंसर मरीज, टीबी मरीज, एचआईवी से ग्रसित, बीपीएल परिवार, मेडिकल लीगल केस, 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग, गर्भवती महिलाएं, शिशु, आरबीएसके के तहत आने वाले बच्चे, 40 फीसदी से ज्यादा दिव्यांग शामिल थे. अब सरकार ने सभी को 56 तरह के टेस्ट मुफ्त में करवाने की सुविधा दी है.
सरकार ने क्लीनिकल पैथोलॉजी में 17, बायो केमिस्ट्री में 20 तरह के टेस्ट फ्री किए. इनमें ब्लड शुगर, एचबी, यूरिक एसिड, कोलेस्ट्रॉल आदि के टेस्ट शामिल हैं. सिरियोलॉजी में 9 तरह के टेस्ट होते हैं. इनमें एचआईवी, डेंगू, मलेरिया आदि के टेस्ट शामिल हैं. माइक्रोबायोलॉजी और पैथोलॉजी में ब्लड कल्चर, यूरिन कल्चर, यूरिन एनालिसिस में यूरिन प्रेगनेंसी टेस्ट, यूरिन माइक्रोस्कोपी, स्टूल एनालिसिस में 1 टेस्ट, रेडियोलॉजी में एक्सरे और कार्डियोलॉजी में ईसीजी निशुल्क होगा. इससे पहले इन सभी टेस्ट के लिए मरीजों को अपनी जेब से पैसे खर्च करने पड़ते थे, मगर अब इस तरह के टेस्ट फ्री में होंगे.
रोजाना होते हैं 1200 से ज्यादा टेस्ट
आईजीएमसी में रोजाना 1500 के करीब ओपीडी हो रही है. इसमें ज्यादातर मरीजों को टेस्ट के लिए लिखा जाता है. रोजाना 1200 से ज्यादा मरीज आईजीएमसी में टेस्ट करवाते हैं. ऐसे में सोमवार से बुधवार तक टेस्ट काउंटर के बाहर भारी भीड़ रहती है. कोरोना संक्रमण भी अब लगातार बढ़ रहा है.
चिकित्सकों के अनुसार अब कोरोना की दूसरी लेयर शुरू हो गई है, जिससे आगामी दिनों में और मरीजों की संख्या के बढ़ने की आशंका है. ऐसे में अब प्रशासन पहले ही इसके लिए सतर्क हो गया है और वह यहां पर अलग से टेस्ट की सुविधा कर रहा है.
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