शिमला: हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है. रविवार शाम को प्रदेश के कई हिस्सों में सीजन की पहली बर्फबारी हुई. राजधानी शिमला में बर्फबारी होने से पर्यटकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. नया साल मनाने और स्नो फॉल देखने के इरादे से हिमाचल आए पर्यटकों की जैसी लॉटरी लग गई हो.
इन क्षेत्रों में हुई बर्फबारी
रविवार शाम को शिमला, सोलन के ऊपरी क्षेत्रों, धर्मशाला, मनाली, लाहौल स्पिति, किन्नौर, सिरमौर के राजगढ़, चंबा के ऊफरी क्षेत्रों और बिलासपुर के बहादुरगढ़ में बर्फबारी हुई.
अप्पर शिमला के कई सड़क मार्ग हुए बंद
बर्फबारी के कारण शिमला में देहा से चौपाल, पुलबाहल सराहन मार्ग, सराहन से झोकड़ मार्ग व अन्य ऊपरी शिमला को जाने वाले सड़क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही बंद हुई है. प्रशासन ने सड़क मार्गों खोलने की आवाजाही शुरू कर दी है. वहीं, शिमला जिला प्रशासन ने पर्यटकों को अलर्ट जारी कर सावधानी बरतने को कहा है.
अटल टनल सैलानियों के लिए बंद
अटल टनल रोहतांग के दोनों छोरों में एक फुट से अधिक बर्फबारी हुई है. वहीं, जलोड़ी दर्रा में बर्फबारी के चलते एनएच-305 भी बंद पड़ गया है. कुंजम जोत सहित बारालाचा, शिंकुला ने भी बर्फ की मोटी चादर ओढ़ ली है. पर्यटन नगरी मनाली में रात भर बर्फबारी का क्रम जारी रहा और निचले क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई है. एसडीएम मनाली रमन घरसंघी ने बताया कि सोमवार को बर्फबारी के कारण अटल टनल सैलानियों के लिए बंद रहेगी.
केलांग में एक फुट से ज्यादा बर्फ पड़ी
लाहौल में पटन घाटी सहित चन्द्रा, तिनन व गाहर घाटी में रविवार रात को बर्फबारी हुई. लाहौल के दारचा, योचे, छिका, रारिक, कोकसर, सिस्सु, मायड़, नेनगाहर, ओथांग, यंग थंग, सहित समस्त ऊंचाई वाले ग्रामीण क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है. जिला मुख्यालय केलांग में करीब एक फुट से ज्यादा बर्फबारी हुई.
बिलासपुर के कुछ क्षेत्रों में 16 साल बाद हुई बर्फबारी
ग्रामीण क्षेत्र घुवावी छेता, गतेड, त्यामन, काटल में करीब16 सालों बाद स्नो फॉल देखने को मिली है. वहीं, जिला की बहादुरगढ़ धार में सीजन का पहला हिमपात हुआ है. ताजा बर्फबारी से जिला में ठंड बढ़ गई है.
सड़कों से बर्फ हटाने में जुटा प्रशासन
बर्फबारी के बाद प्रदेश के कई सड़क मार्गों में बर्फ की चादर बिछ गई है. सड़कों में फिसलन बढ़ने से हादसे होने का अंदेशा बढ़ गया है. ऐसे में राजधानी शिमला समेत अन्य क्षेत्रों में प्रशासन ने बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है. वहीं, लोगों से बाहर निकलने पर सावधानी बरतने की अपील की है.
बागवानों और पर्यटन कारोबारियों की चांदी
ताजा बर्फबारी को सेब की फसल के वरदान बताया जा रहा है. इससे बागवानों के चेहरे पर खुशी लौट आई है. वहीं, पर्यटन कारोबारी भी बर्फबारी से खुश हैं. हिमाचल में पर्यटकों की आमद बढ़ने लगी है. कोरोना काल में पहले तालाबंदी और फिर मंदी की मार झेल रहे पर्यटन क्षेत्र के लिए इस साल के आखिरी दिन एक नई उम्मीद की तरह हैं.