शिमला: 2020 के जाते-जाते हिमाचल की चोटियां बर्फबारी से खिल ऊठी हैं. हिमाचल के कई स्थानों पर रविवार देर रात हुई बर्फबारी से पूरा हिमाचल बर्फ की सफेदी में नहा गया है. शिमला, सोलन, सिरमौर, चंबा, मंडी, कुल्लू, मनाली में हुई बर्फबारी से हिमाचल के पहाड़ चांदी की तरह चमक रहे हैं.
पर्यटकों की मुराद हुई पूरी
बर्फबारी के इंतजार में कई दिनों से पर्यटक शिमला समेत कई जगहों पर डेरा डाले हुए थे. रविवार देर रात हुई बर्फबारी से पर्यटकों के दिल की मुराद पुरी हो गई. सोमवार सुबह कई पर्यटक बर्फ के बीच अठखेलियां करते हुए नजर आए.
अटल टनल यातायात के लिए बंद
देश भर के सैलानियों को बर्फ के दीदार करवाने वाले 13050 फुट ऊंचे रोहतांग दर्रे पर भी दो फुट तक ताजा हिमपात हुआ है. अटल टनल रोहतांग के दोनों छोर पर भी एक फुट से अधिक बर्फबारी हुई है और टनल यातायात के लिए बंद हो गई है. उधर जलोड़ी दर्रा में बर्फबारी के चलते एनएच 305 भी बंद हो गया है. आनी-निरमंड का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है.
बिलासपुर के कई इलाकों में 16 साल बाद बर्फबारी
बिलासपुर के निचले इलाकों को 16 साल बाद प्राकृति का तौहफा मिला है. बिलासपुर के निचले इलाकों घुवावी छेता, गतेड, त्यामन, काटल में लगभग 16 सालों बाद बर्फबारी हुई है. इसके अलावा बहादुरगढ़ धार पर भी बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के बाद लोगों का बहादुरगढ़ धार पर पहुंचना शुरू हो गया है.
मंडी -सिरमौर में बर्फबारी
सिरमौर के हरिपुरधार, नोहराधार, देवथल में 3 से 4 इंच बर्फबारी दर्ज की गई है. इसके मंडी के सिंकराधार, मुरारी धार कमरूनाग रोहांडा में भी बर्फ के फाहे गिरे हैं. ये बर्फबारी पर्यटकों के लिए सोने पर सुहागा है, लेकिन स्थानीय लोगों की मुसीबतें भी बड़ गई हैं. कई घंटे तक बिजली गुल रही. कई सड़कें बंद पड़ी हैं. ऊपरी शिमला की ओर जाने वाली कई सड़कें अभी तक नहीं खुल पाई हैं. इसके साथ ही हड्डियों को जमा देने वाली ठंड से लोग परेशान हैं.
पर्यटन कारोबार के पटरी पर लौटने की उम्मीद
जनवरी माह में और अधिक बर्फबारी होने की संभावना है. बर्फबारी के साथ ही हिमाचल में पर्यटन सीजन भी शुरू हो चुका है. ऐसे में साल भर मंदी की मार झेल रहे पर्यटन कारोबारियों के अपना कारोबार पटरी पर लौटने की उम्मीद है.