रामपुर: सेब के बागीचों के लिए बर्फबारी वरदान साबित हो सकती है. वहीं, ज्यादा बर्फबारी सेब के पेड़ों को नुकसान भी पहुंचा सकती है. सेब और दूसरी किस्मों के पेड़ों पर बर्फ ठहरने से टूटने का खतरा बना रहता है.
वहीं, बागवान केडी कश्मीरी का कहना है कि भारी बर्फबारी से सेब के पेड़ों को नुकसान होता है. ऐसे में बागवान बागीचों में पेड़ों के ऊपर से बर्फ को हटाते हैं, ताकि टहनियां बर्फ के भार से न टूटें.
इस बारे में विशेषज्ञ का कहना है कि ज्यादा बर्फ से सेब और अन्य फलदार पेड़ों को नुकसान होता है. बागवान सेब और अन्य फलदार पेड़ों से बर्फ हटाने का काम शुरू कर दें. बर्फबारी से सेब के पेड़ों के टूटने की आशंका बनी रहती है. सेब के बगीचों में बर्फ पिघलने तक खाद डालने का काम न करें. बागीचों में हल्की नमी होने पर ही खाद डालनी चाहिए.
बता दें कि शिमला, कुल्लू, किन्नौर में भारी बर्फबारी हुई है. इन इलाकों में सेब की अच्छी पैदावार होती है. मौसम विभाग के अनुसार इन क्षेत्रों में और भी बर्फबारी होने की संभावना है. ऐसे में सेब व अन्य किस्म के छोटे पौधों को अधिक बर्फबारी से टूटने का खतरा हो सकता है.
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