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चांशल घाटी में बनेगा स्की विलेज, पर्यटन को विकसित करने के प्रयास शुरु - Height of 15 thousand fit

15 हजार फिट की उंचाई पर मौजूद चांशल घाटी मे पर्यटन को बढावा देने के लिए नई मंजिलें और नई राहें के तहत मनाली की तर्ज पर स्की विलेज का निर्माण किया जाना है. चांशल घाटी व पब्बर बेसीन में पर्यटन को विकसित करने के लिए सरकार की ओर से रोड़ मैप तैयार किया गया है. पब्बर नदी के चैनेलाईजेशन को लेकर जल शक्ति विभाग की ओर से जल्दी ही टैंडर प्रक्रिया अमल मे लाई जाएगी.

Chanshal valley
फोटो.
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Published : Apr 2, 2021, 4:53 PM IST

रामपुरः लगभग 15 हजार फिट की उंचाई पर मौजूद चांशल घाटी मे पर्यटन को बढावा देने के लिए नई मंजिलें और नई राहें के तहत मनाली की तर्ज पर स्की विलेज का निर्माण किया जाना है. चांशल घाटी को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने के लिए प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग की टीम ने हाल ही में दौरा किया है.

पर्यटन को विकसित करने के प्रयास शुरु

चांशल घाटी व पब्बर बेसीन में पर्यटन को विकसित करने के लिए सरकार की ओर से रोड़ मैप तैयार किया गया है. जिसके अंतर्गत चांशल घाटी पर सोलिड वेस्ट प्रबंधन, पैराग्लाइडिंग साईट, वाटर राफ्टिंग, बोटिंग साईट, गेट वे टू खरशाली, साईट प्वाइंट ऑन चाशल पास, ट्रैकिंग साईट, रोहडू मे शिकडू देवता महाराज के मंदिर का सौंदर्यकरण, हेली टैक्सी, चांशल फेस्टीवल, ट्रैकिंग साईट, पब्बर कल्चर को बढावा देना, डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान ऑन स्पाॉट एवं राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार प्रसार करने का रोड़ मैप शामिल किया गया है.

पब्बर नदी का होगा चैनेलाईजेशन

पब्बर नदी के चैनेलाईजेशन को लेकर जल शक्ति विभाग की ओर से जल्दी ही टैंडर प्रक्रिया अमल मे लाई जाएगी. जिससे पब्बर बेसिन में पर्यटन को पंख लगेंगे और पब्बर नदी में पर्यटक सुरक्षित होकर रिवर राफ्टिंग, रिवर वोटिंग व रिवर बाईकिंग कर पाएंगे.

ये भी पढ़ेंः- कोविड-19: सुंदरनगर में 58 वर्षीय महिला की मौत, मंडी में 39 नए माम

रामपुरः लगभग 15 हजार फिट की उंचाई पर मौजूद चांशल घाटी मे पर्यटन को बढावा देने के लिए नई मंजिलें और नई राहें के तहत मनाली की तर्ज पर स्की विलेज का निर्माण किया जाना है. चांशल घाटी को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने के लिए प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग की टीम ने हाल ही में दौरा किया है.

पर्यटन को विकसित करने के प्रयास शुरु

चांशल घाटी व पब्बर बेसीन में पर्यटन को विकसित करने के लिए सरकार की ओर से रोड़ मैप तैयार किया गया है. जिसके अंतर्गत चांशल घाटी पर सोलिड वेस्ट प्रबंधन, पैराग्लाइडिंग साईट, वाटर राफ्टिंग, बोटिंग साईट, गेट वे टू खरशाली, साईट प्वाइंट ऑन चाशल पास, ट्रैकिंग साईट, रोहडू मे शिकडू देवता महाराज के मंदिर का सौंदर्यकरण, हेली टैक्सी, चांशल फेस्टीवल, ट्रैकिंग साईट, पब्बर कल्चर को बढावा देना, डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान ऑन स्पाॉट एवं राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार प्रसार करने का रोड़ मैप शामिल किया गया है.

पब्बर नदी का होगा चैनेलाईजेशन

पब्बर नदी के चैनेलाईजेशन को लेकर जल शक्ति विभाग की ओर से जल्दी ही टैंडर प्रक्रिया अमल मे लाई जाएगी. जिससे पब्बर बेसिन में पर्यटन को पंख लगेंगे और पब्बर नदी में पर्यटक सुरक्षित होकर रिवर राफ्टिंग, रिवर वोटिंग व रिवर बाईकिंग कर पाएंगे.

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