किन्नौर: प्रदेश में सेब की फसल पर स्कैब नाम की बीमारी फैलनी शुरु हो गई है, जिससे बागवानों को परेशानी बढ़ गई है. इस बीमारी ने प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में भी अब अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं
इस वर्ष स्केब की बीमारी के चलते लोगों ने सेब पर कई तरह की दवाइयों का प्रयोग भी किया है, लेकिन स्कैब बीमारी के हटने का नाम नहीं ले रही है. ऐसे में अगर इस बीमारी पर जल्द काबू नहीं पाया गया तो यह बीमारी सेब के मूल्य पर भी प्रभाव डाल सकती है.
वहीं, बागवानी विभाग की तरफ से जिला किन्नौर में इस बीमारी को लेकर सभी अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है. सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है और इस बीमारी को लेकर बैठकों का दौर जारी है, लेकिन अभी तक फिलहाल विभाग इस बीमारी का इलाज ढूंढने में असफल है.
क्या है स्कैब के लक्षण
- सेब के पेड़ की पत्तियों में काले धब्बे पड़ना
- सेब के फल का निचला हिस्सा काला पड़ जाना
- फल में काले धब्बे पड़ना
- सेब की पत्तियों का भूरा पड़ जाना
कैसे करें बचाव
- नियमित रूप से विभाग द्वारा दिये शेड्यूल पर करें स्प्रे
- 200 लीटर पानी 150 ml का करें प्रयोग
- बिना विभागीय परामर्श के न करें कोई अतिरिक्त स्प्रे