शिमलाः आईजीएमसी में जहां प्रशासन निशुल्क दवाइयां व इंजेक्शन को लेकर एक से बढ़कर एक दावे कर रहा है. वहीं, प्रशासन के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है.
आईजीएमसी में उपलबध नहीं टेटनस का इंजेक्शन
हैरानी की बात है कि आईजीएमसी में टेटनस का इंजेक्शन तक उपलबध नहीं है. अगर कोई गिरने या कुत्ते के काटने के मरीज अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में पहुंचते हैं तो उन्हें चिकित्सक सबसे पहले बाजार में इंजेक्शन के लिए दौड़ाता है. अस्पतालों में सरकार ने टेटनस इंजेक्शन बिल्कुल फ्री किए हैं. लेकिन इन सब सुविधा से लोग वंचित रह रहे हैं.
आपातकालीन वार्ड मे यह इंजेक्शन उपलबध नहीं होने से लोगों को परेशानी
यहां पर सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि जब हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल के ही इतने बूरे हाल हैं तो प्रदेश के बाकि अस्पतालों की क्या स्थिति होगी. आईजीएमसी में इन दिनों 15 से 20 गिरने व कुत्ते के काटने के मामले आ रहे हैं. उसके बाद भी आपातकालीन वार्ड मे यह इंजेक्शन उपलबध नहीं हो पा रहे हैं. प्रशासनिक अधिकारी आपातकालीन वार्ड की सुध तक नहीं ले रहे हैं.
टेटनस के इंजेक्शन के लिए लोग दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो रहे मरीज
टेटनस के इंजेक्शन के लिए लोग दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो रहे हैं. आईजीएमसी में टेटनस के इंजेक्शन खत्म होने का खुलासा तब हुआ जब एक व्यक्ति आपातकालीन वार्ड में उपचार के लिए पहुंचा. व्यक्ति ने टेटनस के इंजेक्शन लगाने के संबंध में पूछा तो चिकित्सक ने उन्हें तुरंत पहले इंजेक्शन के लिए दौड़ाया. हद तो यह है कि आईजीएमसी के बाहर जन औषधी सहित सिविल सप्लाई की दुकानों में भी यह इंजेक्शन नहीं मिला.
सीविल सप्लाई के दुकानदार नहीं रखते इंजेक्शन
सीविल सप्लाई के दुकानदार टेटनेस के इंजेक्शन नहीं रखते है. क्योंकि आईजीएमसी में यह इंजेक्शन निशुल्क मिलता है. दुकानदारों का कहना है कि अगर वे टेटनेस के इंजेक्शन मंगवाते हैं तो वे बिकते नहीं हैं.
आईजीएमसी के प्रशासनिक ने दी जानकारी
आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि टेटनस के इंजेक्शन जल्द ही उपलबध करवाए जाएंगे. किन्हीं कारणों के चलते कंपनी से इंजेक्शन नहीं आ पाए हैं. ऐसे में जो पिछला स्टॉक हमारे पास था वह खत्म हो गया है. मरीजों को ज्यादा दिक्कतें नहीं आने दी जाएंगी. कोशिश की जा रही है कि इंजेक्शन जल्द उपलबध हों ताकि अस्पताल में आकर मरीज आसानी से अपना उपचार करवा सकें.
ये भी पढ़ें: मंडी में स्पोर्ट्स कांप्लेक्स को लेकर अनिल शर्मा ने मंत्री पर की सवालों की बौछार, सीएम ने किया हस्तक्षेप