शिमला: बीते दो वर्षों की तरह ही इस वर्ष भी महाशिवरात्रि के पर्व पर राम मंदिर में शिव विवाह महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. आज से ही मंदिर में इस महोत्सव का आगाज हुआ. जिसमें मेहंदी, हल्दी, तेल, बटना की रस्में पूरी की गई. सूद सभा की ओर से करवाए जा रहे इस आयोजन में सभा के सदस्यों के साथ ही स्थानीय महिलाओं ने अपनी भागेदारी सुनिश्चित की.
मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया
महिलाओं ने इस दौरान मंदिर में भजन कीर्तन भी किया. शिवरात्रि के अवसर पर आयोजित किए गए इस आयोजन के लिए मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है. पूरे विधि विधान के साथ मंदिर में पहले भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा सम्पन्न की गई, जिसके बाद शादी के विधि विधान शुरू किए गए.
3 दिनों तक रहेगी शिव विवाह की धूम
कोविड-19 की वजह से मंदिरों में जहां सभी तरह के आयोजनों पर रोक लगाई गई थी. उसके हटने के बाद यह पहला आयोजन है. जो शिमला के राममंदिर में इतने भव्य तरीके से करवाया जा रहा है. यही वजह भी है कि इस आयोजन को करवाने के लिए सूद सभा ने भव्य तैयारियां की है. वहीं, स्थानीय लोग भी उत्साहित नजर आ रहे हैं.
मंदिर में 3 दिन तक शिव विवाह की धूम रहेगी. आयोजन में कल यानी शिवरात्रि के पावन मौके पर भगवान शिव और मां गौरी की शादी से जुड़ी सभी रस्में पूरी की जाएगी. 11 बजे के करीब गंज मंदिर से सनातन धर्म सभा भगवान शिव की बारात ढोल नगाड़ों के साथ निकालेंगे जो गंज मंदिर तक जाएगी. गंज मंदिर में बारात का स्वागत करने के बाद शादी से जुड़ी सभी रस्में पूरी करने के साथ ही शुक्रवार को मां पार्वती की विदाई की जाएगी.
कैलाश पर्वत को दर्शाता हुआ विशाल पंडाल
इस आयोजन के लिए मंदिर में कैलाश पर्वत को दर्शाता हुआ एक विशाल पंडाल भी बनाया गया है. इस पंडाल की खास बात यह है कि इसे बनाने के लिए जिस सामान का इस्तेमाल किया गया है वो पूरी तरह से रियूजेबल है और रिसाइकल होने वाला है. इससे पर्यावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा.
उज्जैन के महाऋषि भरत तिवारी ने किया पंडाल का निर्माण
इस पंडाल का निर्माण उज्जैन से आए महाऋषि भरत तिवारी ने किया है. भरत तिवारी ने बताया कि इस पंडाल को उन्होंने कैरी बैग, रुई, आर्टिफिशियल फूल और इस तरह के मैटीरियल का इस्तेमाल करते हुए बनाया है जिसे दोबारा इस्तेमाल करने के साथ ही आसानी से रिसाइकल किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत का संदेश देते हुए पर्यावरण को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए इस पंडाल का निर्माण इस तरह से किया गया है.
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सूद सभा के सचिव ने दी जानकारी
सूद सभा के सचिव संदीप सूद ने बताया कि बीते दो सालों से शिवरात्रि पर शिव विवाह महोत्सव का आयोजन सभा की ओर से किया जा रहा है. इस बार कोविड 19 की परिस्थितियों को देख कर लग रहा था कि यह आयोजन इस बार नहीं हो पाएगा लेकिन भगवान की कृपा से यह संभव हो पाया. इस बार भी सूद सभा इस आयोजन को भव्य तरीके से कर रही है.
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