शिमला: देशभर में बहुत से शिव के ऐसे मंदिर है जिनके रहस्यों के बारे में आज तक कोई पता नहीं लगा पाया है. यह मंदिर लोगों की आस्था का प्रतीक हैं. महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर ईटीवी भारत अपनी शिवरात्री स्पेशल सीरीज में आपको हिमाचल के प्रसिद्ध शिवालयों की यात्रा करवाएगा. भोलेनाथ के वार यानि सोमवार के दिन हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जहां भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए थे.
राजधानी शिमला के मशोबरा के समीप बलदेया में एक ऐसा ऐतिहासिक शिव मंदिर है जहां शिवलिंग स्वयं प्रकट हुए थे, शिवलिंग पर शेष नाग भी विराजमान थे. हर साल शिवरात्रि पर इस मंदिर में लोग दूर-दूर से आकर विशेष पूजा अर्चना करते है.
मान्यता है कि 15 साल पहले यहां सड़क की चौड़ाई के लिए खुदाई का काम चला हुआ था. डाइनामाइट बम लगाकर पत्थर तोड़ने का काम किया जा रहा था, इस दौरान एक जगह ऐसी आई जहां डाइनामाइट बम भी पत्थर को ना तोड़ सका, मजदूरों ने पत्थर तोड़ने का प्रयास किया तो वहां पर स्वयं जमीन से एक शिवलिंग प्रकट हो गया.
यह शिवलिंग सफेद रंग का था और उसके ऊपर शेष नाग भी विराजमान थे, जब स्थानीय लोगों को महादेव के अद्बभुत चमत्कार का पता चला तो सभी भक्त भगवान शिव के साक्षात दर्शन पाकर खुद को धन्य महसूस करने लगे. देखते ही देखते सैंकड़ों लोग इस शिवलिंग के दर्शन करने आने लगे.
स्थनीय लोगों के अनुसार यहां भोलेनाथ के दर्शन कर सबकी मनोकामना पूरी होती है. महादेव के घर से कोई खाली हाथ नहीं लौटता, यहां शिवरात्रि को विशेष पूजा होती है.
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