शिमला: शिवरात्रि के शुभ अवसर पर शिमला के गंज मंदिर से भगवान शिव की बारात गौरा जी को ब्याहने के लिए निकली. ढोल-नगाड़ों के साथ स्नातन धर्म सभा की ओर से यह बारात गंज मंदिर से निकाली गई. भगवान शिव को सेहरा लगा कर पालकी पर बैठाया गया और पालकी के आगे बारात में शामिल सभी बाराती नाचते गाते हुए शहर भर में इस बारात को लेकर घूमे.
शहर भर से होकर यह बारात राम मंदिर में पहुंची, जहां सूद सभा के सदस्यों की ओर से भगवान शिव सहित सभी बरातियों का स्वागत किया गया और इसके बाद विवाह की सभी रस्में यहां राम मंदिर में पूरी की गई. राम मंदिर में भारी संख्या में लोग इस विवाह महोत्सव में शामिल हुए.
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शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज भी हुए शामिल
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज इस आयोजन में शामिल हुए. मंदिर में बनाए गए विशेष पंडाल में लगाई गई बेदी में ही मां पार्वती और भगवान शिव के फेरे कराए गए. इस अवसर पर मंदिर में भंडारे का आयोजन भी किया गया. विवाह महोत्सव के लिए मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया था. सुबह से ही मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें लगी रही और भक्त भी भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह महोत्सव के साक्षी बने.
3 वर्षों से किया जा रहा आयोजन
सूद सभा के अध्यक्ष संजय सूद ने सभी शिमला वासियों को शिवरात्रि की बधाई दी. उन्होंने कहा कि सभा की ओर से 3 वर्षों से शिवरात्रि के पावन अवसर पर शिव विवाह महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस बार भी यह आयोजन 3 दिनों तक चल रहा है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को राम मंदिर से मां पार्वती की विदाई की जाएगी. इसके बाद यह आयोजन संपन्न होगा.
शिव विवाह का विशेष महत्व
शिवरात्रि के अवसर पर शिव विवाह का एक अलग ही महत्व है. इस दिन पर भगवान शिव और माता पार्वती की शादी हुई थी. इसी खुशी के चलते शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. यही वजह है कि सूद सभा की ओर से भी शिवरात्रि पर शिव विवाह महोत्सव का आयोजन किया जाता है. भव्य तरीके से भगवान शिव और मां गौरा की शादी करवाई जाती है.
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