शिमला: सचिव शहरी विकास रजनीश ने बताया कि शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड ने शिमला के स्कैंडल प्वांइट और मिडल बाजार के अधिक घनत्व वाले क्षेत्रों में परीक्षण के तौर पर 24 घंटे जलापूर्ति करवाने का प्रयास शुरू किया है.
इस परीक्षण के दौरान शुरू में लगभग 500 कनेक्शनों में 12 घंटे जलापूर्ति की जाएगी. सभी उपभोक्ताओं को समान मात्रा में और उचित प्रेशर से पानी की उपलब्धता करवाने में ये परीक्षण सफल रहने पर पानी की आपूर्ति अवधि को और बढ़ाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे शहर के अन्य भागों में जल वितरण लाइनों से इसी तरह 24 घंटे पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था शुरू करने के लिए प्रावधान किए जाएंगे.
सचिव शहरी विकास रजनीश ने बताया कि स्कैंडल प्वाइंट व मिडल बाजार के अधिक घनत्व वाले क्षेत्रों जहां उपभोक्ताओं के पास जल भंडारण टंकियां रखने के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध नहीं हैं और वर्तमान में जल वितरण लाइनों के माध्यम से सुचारू जलापूर्ति करने की संभावना है, वहीं पर यह परीक्षण किया जा रहा है.
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इसमें गेंदामल हेमराज दुकान से सीटीओ मालरोड तक, मिडल बाजार, लोअर बाजार सुरंग से सुंदर पंसारी दुकान तक के ऊपरी भाग, गली नंबर-3 मिडल बाजार के कुछ भाग, पदमदेव कॉम्पलेक्स, लक्कड़-बाजार बस स्टैंड, रिवॉली से ऊपर का कुछ भाग, पी एंड टी कॉलोनी, ग्रैंड होटल व कालीबाड़ी क्षेत्र शामिल हैं.
सचिव शहरी विकास ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड ने लगभग 60 स्थानों पर पानी की लीकेज को ठीक किया. इससे वितरण प्रणाली में पानी की उपलब्धता में लगभग 35 लाख लीटर की बढ़ोतरी हुई है. ऐसा करने से बिजली की खपत और पानी उपलब्ध करवाने के खर्च में भी कमी आई है.
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