शिमला: राजधानी शिमला जल प्रबंधन निगम पर लोग जहां मनमर्जी से पानी के बिल देने के आरोप लगा रहे हैं. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री रामलाल ठाकुर ने शिमला जल प्रबंधन निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं.
विधायक रामलाल ठाकुर ने कहा कि वे शिमला में एक महीने में केवल आठ दिन आते हैं. इसमें पीयूसी और ग्रामीण विकास कमेटी की बैठकों में भाग लेने आते हैं. उसी दौरान वह विधानसभा स्थित सरकारी आवास में ठहरते हैं. इन आठ दिनों का उन्हें जल निगम ने 12 हजार 291 रुपए का बिल थमा दिया है. क्या आठ दिन में कोई इतना पानी खर्च कर सकता है.
पिछली बार उन्हें 14 हजार रुपए का बिल दिया था
उन्होंने कहा कि पिछली बार उन्हें 14 हजार रुपए का बिल दिया था. जब इसे दुरूस्त करवाने के लिए दिया गया तो 2609 रुपए का बिल बना. रामलाल ठाकुर ने कहा कि जब विधायकों के साथ इस तरह की लूट हो रही है तो आम जनता के साथ क्या हो रहा होगा.
जल निगम सवालों के घेरे में
उन्होंने जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर से मांग की है कि इस मामले पर संज्ञान लें, ताकि जनता से लूट न हो सके. बता दें कि जल निगम पर पानी के बिलों को लेकर हमेशा से सवालों के घेरे में रही है. लोगों को लाखों के बिल निगम थमा रहा है. वहीं, अब विधायकों द्वारा भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं.