शिमला: कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए कोरोना कर्फ्यू पर अब शिमला व्यापार मंडल ने सवाल खड़े किए हैं. व्यापार मंडल ने कोरोना कर्फ्यू के दौरान ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़ी कुरियर सेवाओं को जारी रखने की अनुमति देने पर सरकार के फैसले का विरोध जताया है.
वहीं, सरकार से कुरियर सर्विस को भी बन्द करने की मांग की है. साथ ही सरकार पर स्थानीय कारोबारियों की अनदेखी करने और उन्हें नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया.
कोरोना कर्फ्यू दी गई ज्यादातर ढील
शिमला व्यापार मंडल अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा कि व्यापार मंडल ने 15 दिन पहले ही सम्पूर्ण लॉकडाउन करने की मांग की थी. लेकिन सरकार ने कर्फ्यू लगाया है और इसमे ज्यादातर ढील दी गई है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया है कि स्थानीय कारोबारियों के सामान बेचने से ही क्या कोरोना फैलता है. जबकि संक्रमण के सबसे ज्यादा फैलाने का खतरा कुरियर से जो की भिन्न-भिन्न जगहों से हो कर प्रदेश में लाए जाते हैं.
बंद की जाए कुरियर सेवाएं
उनका कहना है कि सरकार एक और शहर की दुकानें बंद कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सहयोग मांग रही है तो दूसरी और विदेशी कंपनियों के कारोबार को बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़ी सेवाएं जारी रख रही हैं. उन्होंने कहा कि यदि कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करना है तो ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़ी सेवाएं भी बंद करनी चाहिए.
कम अवधि के लिए खोली जाए जरूरी सामान की दुकानें
साथ ही उन्होंने जरूरी सामान की दुकानों का समय कम करने की मांग करते हुए कहा कि दुकानें खुली रहेंगी तो लोगों की आवाजाही चलती रहेगी जबकि लोग सुबह ही सामान ले लेते हैं.
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