शिमला: राजधानी शिमला सहित जिले भर में नशे के बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए अब शिमला पुलिस एक्शन मोड में नजर आ रही है. दरअसल, शिमला पुलिस ने अभी तक शहर और जिला भर में नशा बेचने वालों और नशा करने वालों पर नकेल कसने के लिए एक विशेष मुहिम चलाई है. जिसके तहत अभी तक चिट्टा बेचने वाले 520 तस्कर गिरफ्तार किए हैं. वहीं, 330 मामले दर्ज किए गए हैं. बताया जा रहा है कि पड़ोसी राज्यों के रहने वाले 45 से ज्यादा गिरफ्तार हुए हैं. इन सभी मामलों में 2 किलो से ज्यादा चिट्टा बरामद किया गया है.
दरअसल, शहर में नशा लेने की उम्र से पहले ही बच्चों को इसकी खामियों और कुप्रभाव के बारे में बता दिया जाए तो युवाओं को इससे दूर रखा जा सकता है. इसी सोच पर अमल करते हुए शिमला पुलिस ने जिला भर के स्कूलों में एक मुहिम शुरू करने का फैसला लिया है. इस मुहिम के तहत शिमला पुलिस के अधिकारी बच्चों को जाकर बताएंगे की नशे से दूर रहकर, वे किस तरह अपना, प्रदेश और राष्ट्र का बेहतर निर्माण कर सकते हैं. पुलिस ये मान कर चल रही है कि यदि हमारे युवा पीढ़ी नशे में चल गई तो इसका नुकसान व्यक्ति को खुद नहीं उसके पूरे परिवार समाज और राष्ट्र को उठाना पड़ता है. इसी एक सोच के साथ शिमला पुलिस के अधिकारी बच्चों को जाकर बताएंगे कि नशे से कैसे दूर रह जा सकता है. नशे से दूर रखने के लिए क्या किया जा जाना चाहिए .
बता दें, यदि स्कूल के आसपास कोई नशा बेचते हुए या बेचने का प्रलोभन देता है तो उसकी सूचना गुप्त रूप से पुलिस को कैसे दी जा सकती है. इसके बारे में भी बच्चों को जागरूक किया जाएगा. वहीं, शिमला पुलिस के एसपी संजीव गांधी ने बताया कि बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए उन्हें नशे से दूर रखना जरूरी है. इसलिए शिमला पुलिस अपनी एक सामाजिक जिम्मेवारी को निभाते हुए स्कूलों में जाकर बच्चों को नशे के कुप्रभावों से अवगत कराएगी ताकि वह उन्हें नशे से दूर रखा जा सके.
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