शिमला: राजधानी को गार्बेज फ्री बनाने के लिए शिमला एमसी ने विशेष बैठक का आयोजन किया है. बैठक में शिमला 7 स्टार सिटी में शामिल करने के लिए और स्वचछता सर्वेक्षण में 1000 अंकों पर चर्चा की.
बैठक की अध्यक्षता महापौर कुसुम सडरेट ने की. बैठक के दौरान ये मुद्दा उठाया गया कि वार्डों में सफाई के लिए पार्षद भी जिम्मेदार हैं और वार्डों में सफाई का ध्यान रखना उनका दायित्व है. बैठक मे तय हुआ कि 1000 अंकों के लिए सफाई के 14 बिंदु हैं, जिनपर काम करना है. इनमें सफाई , शौचालय , डोर टू डोर कूड़ा उठाना, सफाई व्यवस्था मुख्य है.
शहर में लोगों द्वारा फेंके जा रहे प्लास्टिक के लिए अब निगम लोगों से खुद 15 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्लाटिक खरीदेगा, जिससे लोग प्लास्टिक इधर-उधर ना फेंके. बैठक में शहर को 7 स्टार सिटी में शामिल करवाने के लिए कोशिशें की जाएगी.
कुत्ते पालने वाले को रजिस्ट्रेशन फीस 200 रुपये जमा कराना होगा.
शहर में कुत्ते पालने वाले को अब 200 रुपये का रजिस्ट्रेशन कराना होगा और एमसी कुत्ते के कॉलर में एक चिप लगाएगा. अगर कुत्ता कहीं खुले में शौच करता है, तो निगम चिप से मालिक का पहचान कर उसे जुर्माना लगाएगा. इसके अलावा शिमला एमसी शौचालय में सफाई करने वाले कर्मचारी को रहने का कमरा देगा, ताकि कर्मचारी शौचालय की सफाई का ध्यान रख सके.
निगम महापौर कुसुम सडरेट का कहना है कि शहर को गार्बेज फ्री बनाने के लिए विशेष बैठक का आयोजन किया गया. शिमला को स्वचछता सर्वक्षण में 1000 में से अंक दिलाने को प्रयास किए जाएंगे और 7स्टार में सिटी में शामिल हो इस पर काम किया जाएगा.