शिमला: प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच एसएफआई यूजी के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं को करवाने का विरोध कर रही है. बुधवार को एसएफआई के गुस्साए हुए कार्यकर्ताओं ने शिक्षा निदेशालय के बाहर उग्र धरना प्रदर्शन किया. छात्रों ने यूजी परीक्षाओं को इस मुश्किल समय में ना करवाने की मांग की है.
अपनी इस मांग को लेकर छात्र संघ ने शिक्षा निदेशालय के बाहर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. एसएफआई ने कहा कि अगर इस समय यूजी की परीक्षाएं करवाई जाती हैं, तो उससे छात्रों को खतरे में डाला जाएगा. उन्होंने कहा कि आए दिन कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और ऐसे में छात्रों के संक्रमित होने की संभावना बनी रहेगी.
एसएफआई राज्य सचिव अमित ठाकुर ने कहा कि देश भर में यूजीसी की ओर से परीक्षाओं को करवाने को लेकर गाइडलाइंस जारी की गई है. एसएफआई पिछले एक महीने से अलग-अलग प्लेटफार्म पर इन गाइडलाइंस का विरोध कर रही है. आज भी छात्रों को लामबंद कर अपना विरोध जताने आई हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में परीक्षाएं करवाना सही फैसला नहीं है.
अमित ठाकुर ने कहा कि कि एसएफआई शिक्षा निदेशक को अपना ज्ञापन सौंपना चाहते थे, लेकिन अधिकारी बाहर नहीं आए. जिस वजह से एसएफआई ने जबरन गेट खुलवाया. इस दौरान छात्र उग्र हो गए और उन्होंने जबरन दरवाजा खुलवा कर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा.
एसएफआई राज्य सचिव ने कहा कि इस ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने 25 फीसदी किराया बढ़ोतरी के साथ ही फीस पर 18 फीसदी जीएसटी लगाने का भी विरोध जताया है. एसएफआई ने चेताया है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं कि गई तो वह सचिवालय के बाहर अपना प्रदर्शन करेंगे.
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