रामपुर: चमोली हादसे में जान गंवाने वाले रामपुर उपमंडल के सात युवकों के आश्रितों को रोजगार मुहैया करवाने की मांग उठी है. पीड़ित परिवार और स्थानीय लोगों ने हिमाचल प्रदेश सरकार से मांग की है कि हादसे का शिकार हुए इन युवकों के परिजनों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. इन्हें रोजगार मुहैया करवाया जाए.
सात युवाओं के मृत होने की पुष्टि
शिंगला पंचायत के प्रभावित मंगतराम, कलमा देवी, प्रोमिला गौतम, जय चंद, बिंता शर्मा, यशोदा शर्मा और किन्नू पंचायत के सागर दास, काल दासी, साध राम, मेहर चंद, सूरजा देवी, भजन दासी, कुंदन लाल ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश सरकार से राहत देने की गुहार लगाई है. गौरतलब है कि एनर्जी पावर प्रोजेक्ट में कार्यरत सात युवाओं के मृत होने की पुष्टि उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को कर दी है.
सभी लापता युवाओं के जारी किए गए डेथ सर्टिफिकेट
सभी लापता युवाओं के डेथ सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं. उत्तराखंड सरकार ने बाढ़ में लापता कुल 134 लोगों को मृत घोषित किया है. शिंगला पंचायत प्रधान राजकुमार ने कहा कि प्रभावित परिवारों की हरसंभव मदद की जाएगी. आश्रितों को रोजगार और आर्थिक मदद दिलाने के लिए जल्द वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलेंगे.
पढ़ें: शिमला ग्रामीण में कांग्रेस को मजबूत करने में जुटे विक्रमादित्य
पूर्व पंचायत प्रधान ने कहा
उधर, किन्नू पंचायत के पूर्व प्रधान यशपाल ने कहा कि दोनों पंचायतों के 20-20 ग्रामीणों ने कई दिन तक लापता युवकों की तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा. उन्होंने उत्तराखंड सरकार से प्रभावितों को आर्थिक मदद देने की मांग की है.
पढ़ें: सफाई व्यवस्था से नाखुश हमीरपुरवासी, नगर परिषद की नजर में सब कुछ 'चकाचक'