शिमला: राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने सात दिवसीय विंटर एक्सपेडिशन स्पीती कार रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. शिमला से शुरू हुई यह कार रैली काजा तक जाएगी और फिर वापिस शिमला में समापन होगा. यह अभियान 22 फरवरी को संपन्न होगा. इस दौरान अभियान का कल्पा, काजा व रामपुर में ठहराव होगा. इस कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के 110 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जो 45 वाहनों का प्रयोग कर रहे हैं.
राज्यपाल ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. राज्यपाल ने कहा कि इससे देश के विभिन्न स्थानों से आए लोगों को हिमाचल के अनेक अनछुए क्षेत्रों में जाने का मौका मिलेगा. हिमाचल के ट्राइबल और दूरदराज के क्षेत्र सांकृतिक और पारंपरिक रीति रिवाजों से भरे हैं. इसलिए इन क्षेत्रों में जाने से प्रयटकों को भी बहुत कुछ नया सीखने को मिलता है और प्रदेश पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है.
राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने उम्मीद जताई कि इस प्रकार के आयोजन निरंतर होते रहें. ताकि दूर दराज के क्षेत्रों को दुनिया के मानचित्र पर अच्छे से प्रसिद्ध किया जा सके. राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ साहसिक व ग्रामीण पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. ऐसी गतिविधियां राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होंगी. उन्होंने कहा कि ‘होम स्टे’ के माध्यम से पर्यटकों को प्रदेश के आंतरिक क्षेत्रों के लोगों की संस्कृति व परम्पराओं को जानने का अवसर प्राप्त होगा
रैली के आयोजक सूरज तायल ने बताया की इस कार रेली में देश के विभिन्न स्थानों से 45 कारें शामिल की गई हैं. इस रैली को आयोजित करवाने का उद्देश्य जनजातीय पर्यटन को बढावा देना और प्रतिभागियों को इसके बारे में जागरूक करवाना है. जिससे युवाओं को इस तरह के साहसिक खेलों की तरफ आकर्षित किया जा सके. उन्होंने कहा कि इससे सबसे बड़ा लाभ और संदेश युवाओं को नशों से दूर रखना है.
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