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नशे के खिलाफ शिमला में 18 संस्थाओं ने साझा किया मंच, विधायक राकेश सिंघा सहित कई लोगों ने रखे अपने विचार

अधिवेशन में ठियोग से माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि जहां इच्छा शक्ति होती है वहां रास्ता निकल ही जाता है और नशे को खत्म करने के लिए इच्छा शक्ति की जरूरत है.इसके अलावा अधिवेशन में किसान सभा के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप तंवर भी मौजूद रहे.

session against drug addiction in Shimla
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Published : Dec 24, 2019, 5:35 AM IST

शिमलाः प्रदेश में बढ़ते नशे को रोकने के उद्देश्य से राजधानी में सोमवार को 18 संस्थाओं ने एक मंच बना कर एक अधिवेशन का आयोजन किया. अधिवेशन में ठियोग से माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि जहां इच्छा शक्ति होती है वहां रास्ता निकल ही जाता है और नशे को खत्म करने के लिए इच्छा शक्ति की जरूरत है.

session against drug addiction in Shimla
नशे के खिलाफ शिमला में हुआ अधिवेशन

उन्होंने कहा कि यह इच्छा शक्ति सरकार और पुलिस की ही नहीं बल्कि समाज और जनता की भी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज की चुप्पी नशे की बुराई को फैलने में मदद कर रही है.
अधिवेशन में IGMC में मनोचिकित्सा विभाग के एचओडी डॉ. दिनेश दत्त ने कहा कि नशा केवल समाजिक समस्या नहीं है, बल्कि जैव मनोवैज्ञानिक समाजिक समस्या है.

वीडियो.

उन्होने कहा कि व्यक्ति नशे पर निर्भर हो जाता है और चाह कर भी नशा नहीं छोड़ सकता. इसके लिए उसे नशा मुक्त उपचार से गुजरना पड़ता है. इसके अलावा अधिवेशन में किसान सभा के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप तंवर भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशा तेजी से फैल रहा है और पिछले साल की अपेक्षा इस बार नशे का कारोबार तेजी से बड़ा है.

पढ़ेंः रहस्य: इस मंदिर में सांप के काटे लोग बिना इलाज के हो जाते हैं ठीक, देखें ये खास रिपोर्ट

शिमलाः प्रदेश में बढ़ते नशे को रोकने के उद्देश्य से राजधानी में सोमवार को 18 संस्थाओं ने एक मंच बना कर एक अधिवेशन का आयोजन किया. अधिवेशन में ठियोग से माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि जहां इच्छा शक्ति होती है वहां रास्ता निकल ही जाता है और नशे को खत्म करने के लिए इच्छा शक्ति की जरूरत है.

session against drug addiction in Shimla
नशे के खिलाफ शिमला में हुआ अधिवेशन

उन्होंने कहा कि यह इच्छा शक्ति सरकार और पुलिस की ही नहीं बल्कि समाज और जनता की भी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज की चुप्पी नशे की बुराई को फैलने में मदद कर रही है.
अधिवेशन में IGMC में मनोचिकित्सा विभाग के एचओडी डॉ. दिनेश दत्त ने कहा कि नशा केवल समाजिक समस्या नहीं है, बल्कि जैव मनोवैज्ञानिक समाजिक समस्या है.

वीडियो.

उन्होने कहा कि व्यक्ति नशे पर निर्भर हो जाता है और चाह कर भी नशा नहीं छोड़ सकता. इसके लिए उसे नशा मुक्त उपचार से गुजरना पड़ता है. इसके अलावा अधिवेशन में किसान सभा के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप तंवर भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशा तेजी से फैल रहा है और पिछले साल की अपेक्षा इस बार नशे का कारोबार तेजी से बड़ा है.

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Intro:नशे के खिलाफ शिमला में 18संस्थाओं सहित 250 लोगो ने किया अधिवेशन।
शिमला।

प्रदेश में नशा तेजी से फैलता जा रहा है और अब यह अब जानलेवा भी हो गया है ।इसी पर रोक लगाने के उद्देश्य से राजधानी में सोमबार को 18संस्थाओं ने एक मंच बना कर नशे के खात्मे के लिए अधिवेशन किया।
अधिवेशन में ठियोग से माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि जहाँ इच्छा शक्ति होती है वहा रास्ता निकल जाता है और नशे को खत्म करने के लिए इच्छा शक्ति की जरूरत है।



Body:उन्होंने कहा कि यह इच्छा शक्ति सरकार और पुलिस की ही नही बल्कि समाज और जनता की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज की यह चुप्पी नशे की बुराई को फैलने में मदत कर रही है।
अधिवेशन में आइजीएमसी में मनोचिकित्सा विभाग के एचओडी डॉ दिनेश दत्त ने कहा कि नशा केवल समाजिक समस्या नही है।बल्कि जैव मनोवैज्ञानिक समाजिक समस्या है।
जन्होने कहा कि ब्यक्ति नशे पर निर्भर हो जाता है और चाह कर भी नशा नही छोड़ सकता। इसके लिए उसे नशा मुक्त उपचार से गुजरना पड़ता है।



Conclusion:किसान सभा के अध्यक्ष डॉ कुलदीप तंवर ने कहा कि प्रदेश में नशा तेजी से फैल रहा है और पिछले साल की अपेक्षा इस बार नशे का कारोबार तेजी से ज्यादा फैला है।
उन्होंने कहा कि नशा कोरोकने के लिए डिमांड तरफ से रोक लगाने के साथ नशा सप्लाई को भी रोकना जरूरी है ।उन्होंने कहा मि नशे को रोकने के लिए विभिन्न संगठन एक मंच बनाएंगे जिसका थीम नशा हटाव हिमाचल बचाव है।
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