शिमलाः प्रदेश में बढ़ते नशे को रोकने के उद्देश्य से राजधानी में सोमवार को 18 संस्थाओं ने एक मंच बना कर एक अधिवेशन का आयोजन किया. अधिवेशन में ठियोग से माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि जहां इच्छा शक्ति होती है वहां रास्ता निकल ही जाता है और नशे को खत्म करने के लिए इच्छा शक्ति की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि यह इच्छा शक्ति सरकार और पुलिस की ही नहीं बल्कि समाज और जनता की भी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज की चुप्पी नशे की बुराई को फैलने में मदद कर रही है.
अधिवेशन में IGMC में मनोचिकित्सा विभाग के एचओडी डॉ. दिनेश दत्त ने कहा कि नशा केवल समाजिक समस्या नहीं है, बल्कि जैव मनोवैज्ञानिक समाजिक समस्या है.
उन्होने कहा कि व्यक्ति नशे पर निर्भर हो जाता है और चाह कर भी नशा नहीं छोड़ सकता. इसके लिए उसे नशा मुक्त उपचार से गुजरना पड़ता है. इसके अलावा अधिवेशन में किसान सभा के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप तंवर भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशा तेजी से फैल रहा है और पिछले साल की अपेक्षा इस बार नशे का कारोबार तेजी से बड़ा है.
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