शिमलाः आईजीएसमी में बीते कई दिन से चल रहे लंगर विवाद में नया मोड़ आ गया है. पिछले 6 सालों से आइजीएमसी व कैंसर के मरीजों के लिए निशुल्क लंगर लगा रहे 'ऑलमाइटी ब्लेसिंग' के अध्यक्ष सरबजीत सिंह बॉबी ने अब आईजीएमसी में लंगर लगाने से मना कर दिया है.
सरबजीत बॉबी ने कहा कि उन्होंने 2014 से आईजीएमसी के कैंसर अस्प्ताल में लंगर चलाना शुरू किया था और अब उनके लंगर को अवैध करार दिया जा रहा है.
31 मार्च से बंद करेंगे लंगर सेवा
सरबजीत सिंह बॉबी ने कहा कि 31 मार्च 2021 को वह अपने लंगर का सारा सामान एमएस, प्रिंसिपल के नेतृत्व में नोफल संस्था के गुरमीत को सौंप देंगे और यदि प्रशासन कहे तो केएनएच का लंगर भी बंद कर देंगे.
रोटी बैंक लिए 25 हजार छात्रों को साथ जोड़ा
सरबजीत बॉबी का कहना था कि उन्होंने रोटी बैंक शुरू किया, जिसका उद्देश्य था सभी घरों से रोटी लंगर में पहुंचे और मरीजों को मिले. उनका कहना था कि उन्होंने 25 हजार स्कूली छात्रों को रोटी बैंक के साथ जोड़ा. जिसका उद्देश्य यह था कि बच्चों को बांटने की आदत पड़े और बांट कर खाने का आनंद उन्हें पता चले.
आईजीएमसी प्रशासन पर उठाए सवाल
सरबजीत बॉबी ने आईजीएमसी प्रशासन पर सवाल भी उठाए और कहा कि आईजीएमसी ने कोर्ट में शपथ पत्र दिया है कि उनके पास छह वेंटिलेटर वाली एम्बुलेंस है, लेकिन जब बीते दिन एक मरीज को वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ी तो एम्बुलेंस नहीं मिली.
उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद आईजीएमसी में चार लाख रुपये की पीपीई किट दान किये थे. उनका कहना था कि अभी भी अगर आईजीएमसी में किसी मशीन की कमी है तो बताएं वो खुद कहीं से भीख मांग कर उस कमी को पूरा करेंगे.
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