शिमला: जुब्बल कोटखाई के विधायक व मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा पर अनुसूचित जाति के लोगों से भेदभाव करने का आरोप लगा है. संत रविदास धर्म सभा ने बीजेपी नेता नरेंद्र बरागटा पर दलितों से भेदभाव करने का आरोप लागाया है.
संत रविदास धर्म सभा के प्रदेश अध्यक्ष कर्मचंद भाटिया ने नरेंद्र बरागटा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अनुसूचित जाति बस्ती के लिए स्वीकृत हिम सौर उर्जा से 12 लाइट्स दलित बस्ती में ना लगाकर अपने इलाके में लगवा लीं.
कर्मचंद भाटिया ने बताया कि जास्ला पंचायत के दियोरी खनेटी गांव में अनुसूचित जाति बस्ती के लिए हिम सौर उर्जा के तहत 12 लाइट्स दियोरी खनेटी में लगाने को स्वीकृति हुई थीं. इन लाइट्स को दलित बस्ती में लगाने की बजाए जुब्बल कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा ने अपने गांव टेटोली में लगवा लिया, जबकि ये लाइट्स अनुसूचित जाति योजना के तहत दलितों की बस्ती की सुविधा के लिए लगाए जाने के लिए स्वीकृत हुई थीं.
भाटिया का कहना है कि हिम सौर उर्जा में जो दस्तावेज दिए गए उसमें दलित बस्ती नरेंद्र बरागटा की पंचायत थरोला व गांव टेटोली को दर्शाया गया है, जबकि टेटोली में सब अनारक्षित सवर्ण जाति के लोग रहते हैं. उन्होंने बताया कि दलित बस्ती जास्ला पंचायत के दियोरी खनेटी में लाइट्स लगाने की बजाय नरेंद्र बरागटा ने सवर्ण बस्ती यानि अपने गांव टेटोली में लाइट्स लगा लीं.
संत रविदास धर्म सभा का कहना है कि सीएम जयराम, बीजेपी सरकार और उनके विधायक मंत्री अनुसूचित जाति वर्गों के प्रति कितने संवेदनशील हैं, यहां साफ दिखाई देता है. नेताओं की कथनी करनी में जमीन आसमान का अंतर है.