शिमला: राजधानी शिमला के लोअर बाजार में दुकानों के बाहर सामान सजाने वालों पर कार्रवाई करने के बाद शहर के कारोबारी भड़क गए हैं. दुकानदारों का कहना है कि दो महीने बाद बाजार खुले हैं और अब नगर निगम ने कारोबारियों को परेशान करना शुरू कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि दुकानों के अंदर से भी निगम के कर्मी सामान उठाकर ले रहे हैं.
निगम की गाड़ियों के आगे बैठे व्यापारी
शुक्रवार को नगर निगम की टीम तहबाजारियों पर कार्रवाई करने लोअर बाजार पहुंची और दुकानों के बाहर रखे सामान को उठाना शुरू कर दिया. निगम की टीम जैसे ही सारा सामान गाड़ियों में डालकर लोअर बाजार से निकलने लगी तो व्यापार मंडल के साथ दुकानदारों ने शेरे पंजाब के पास गाड़ियों को रोक लिया और विरोध प्रदर्शन जताने के लिए गाड़ियों के सामने बैठ गए.
इसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची लेकिन दुकानदारों ने गाड़ियों को नहीं जाने दिया. दुकानदारों ने नगर निगम पर बेवजह परेशान करने और दुकानों के अंदर से भी सामान उठाने के आरोप लगाए. दुकानदारों ने इस तरह की कार्रवाई बंद न करने पर बाजारों को बंद करने की चेतावानी दी है.
दुकान के अंदर से सामान उठाने का आरोप
दुकानदारों का कहना है कि दो महीने बाद बाजार खुले हैं और अब नगर निगम द्वारा कारोबारियों को परेशान किया जा रहा है. दुकानों के अंदर से भी कर्मी सामान उठा रहे हैं. व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंदरजीत का कहना है कि कोरोना के समय सभी कारोबारियों ने पूरा सहयोग दिया लेकिन अब जब दुकानें खोलने की सरकार ने इजाजत दी है तो नगर निगम दुकानदारों को परेशान करने लगा है.
उन्होंने कहा कि निगम की टीम ने बाहर से सामान उठाया, यह तो समझ आता है लेकिन दुकानों के अंदर से सामान उठाना सही नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा जो सामान नगर निगम की टीम ने उठाया है, उसकी एक लिस्ट तो जरूर बनानी चाहिए थी ताकि पता चल सके कि व्यापारियों का क्या-क्या सामान उठाया गया.
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