शिमला: डॉ. राजीव बिंदल ने विधानसभा अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने के बाद कहा कि संगठन ने उन्हें नया दायित्व देने का फैसला लिया है. इस वजह से वो विस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देकर नए दायित्व को जिम्मेदारी पूर्वक निभाएंगे.
राजीव बिंदल ने भारतीय संविधान में दी गई व्यवस्था के अनुसार गुरुवार को विधानसभा उपाध्यक्ष को अपना त्याग पत्र सौंपा. बिंदल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के रूप में उनको काम करने का अवसर मिला इसके लिए वह पार्टी नेतृत्व और संगठन के आभारी रहेंगे. उन्होने कहा कि अध्यक्ष के रूप में जो कार्य वह कर सकते थे उसको अच्छी तरह से निभाया है फिर चाहे विधानसभा कैंपस में सुविधाएं मुहैया करवाने की बात हो या सदन के संचालन की.
बिंदल ने कहा कि आज मुझे पार्टी की तरफ से नए दायित्व पर जाने को कहा गया है इसलिए आज पद से इस्तीफा देकर नए दायित्व के लिए जा रहा हूं. दो वर्ष के कार्यकाल में नेता सदन के नाते मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का पूरा सहयोग मिला. इसके अलावा उन्होंने डिप्टी स्पीकर हंसराज शर्मा का भी धन्यावाद किया.
अपने कार्यों का जिक्र करते हुए बिंदल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा नियमों की परिधि में छूट प्रदान कर नियम-61, नियम-62 और नियम-63 के तहत चर्चाएं करवाई गई. पूर्व में नियम-63 के तहत माननीय सदस्यों को चर्चा का अधिक मौका प्रदान नहीं किया जाता था, लेकिन इस कार्यकाल नियम के तहत अधिक चर्चाएं करवाई गईं.
उदाहरण के तौर पर दो साल के कार्यकाल में नियम-61 के तहत 18, नियम-62 के तहत 33, नियम-63 के तहत सात, नियम-101 के तहत 21 प्रस्ताव और नियम-130 के तहत 22 प्रस्ताव चर्चा हेतु लिए गए. वहीं, 12वीं विधानसभा के दौरान नियम-61 में 3, नियम-62 में 12, नियम-63 में 11 और नियम-101 में 14 विषयों पर चर्चा हुई थी.
इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के रूप में डॉ. राजीव बिंदल ने महत्वपूर्ण कार्य किया है. सबको साथ लेकर चलने की उनकी आदत के कारण ही ये काम उन्होंने इतने सहज तरीके से पूरा किया.
सीएम ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने बिंदल को पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए चुना है. उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि पार्टी अध्यक्ष के नाते भी उनका कार्यकाल सफल रहेगा. विधानसभा की तरफ से आयोजित किए गए विदाई समारोह में विपक्ष की तरफ से केवल विधायक विक्रमादित्य सिंह ही मौजूद थे. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ समारोह में मंत्री सुरेश भारद्वाज, सरवीण चौधरी, विधायक कर्नल इंद्र सिंह और राकेश पठानिया मौजूद रहे.