शिमला: लोसकभा चुनाव में मिली हार के बाद कई विपक्षी दल ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं. वही, हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने भी ईवीएम पर सवाल उठाते हुए बैलेट पेपर पर चुनाव करवाने की वकालत की है.
रजनी पाटिल ने उठाये ईवीएम पर सवाल, बैलेट पेपर पर चुनाव करवाने की वकालत
रजनी पाटिल ने कहा कि लोसकभा चुनाव के बाद कर्नाटक में स्थानीय निकायों के चुनाव बैलेट पेपर पर हुए तो कांग्रेस ने जीत दर्ज की जबकि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस हार गई है.
रजनी पाटिल ने उठाये ईवीएम पर सवाल
शिमला: लोसकभा चुनाव में मिली हार के बाद कई विपक्षी दल ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं. वही, हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने भी ईवीएम पर सवाल उठाते हुए बैलेट पेपर पर चुनाव करवाने की वकालत की है.
Intro:लोसकभा चुनावो में हार के बाद कई विपक्षी दल ईवीएम पर सवाल उठा रहे है। वही हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने भी ईवीएम पर सवाल उठाते हुए बैलेट पेपर पर चुनाव करवाने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि लोसकभा चुनावो के बाद कर्नाटक में स्थानीय निकायों के चुनाव बैलेट पेपर पर हुए तो कांग्रेस ने जीत दर्ज की जबकि हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस हार गई है इससे ईवीएम पर सवाल उठना लाजमी है। उनोहने कहा कि इस पर चर्चा होनी चाहिए ओर अब ईवीएम के बदले बैलेट पेपर पर चुनाव होने चाहिए।
Body:पाटिल ने कहा कि चुनाव क्यो हारे है इस पर आज मंथन किया जा रहा हैं । उम्मीदवारों ने अपनी रिपोर्ट सौंपी हैं । लोकसभा चुनाव क्यो हारे है इस पर राष्टीय स्तर पर कांग्रेस मंथन कर रही है। कांग्रेस पर जब जब संकट आया है उस से मजबूती से उभर कर सामने आई है ओर अभी भी दोबारा से कांग्रेस मजबूती के साथ सामने आएगी। वही उन्होंने संगठन में फेरबदल को लेकर कहा की सभी की राय के साथ ही फेरबदल किया जाएगा ओर संगठन की मजूबती के लिए जो भी कदम उठाने होंगे वो उठाए जाएंगे।
Conclusion:
Body:पाटिल ने कहा कि चुनाव क्यो हारे है इस पर आज मंथन किया जा रहा हैं । उम्मीदवारों ने अपनी रिपोर्ट सौंपी हैं । लोकसभा चुनाव क्यो हारे है इस पर राष्टीय स्तर पर कांग्रेस मंथन कर रही है। कांग्रेस पर जब जब संकट आया है उस से मजबूती से उभर कर सामने आई है ओर अभी भी दोबारा से कांग्रेस मजबूती के साथ सामने आएगी। वही उन्होंने संगठन में फेरबदल को लेकर कहा की सभी की राय के साथ ही फेरबदल किया जाएगा ओर संगठन की मजूबती के लिए जो भी कदम उठाने होंगे वो उठाए जाएंगे।
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