रामपुर: लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शुक्रवार को रामपुर के विकास कार्य को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. जिसमें रामपुर उपमंडल में चल रहे विभिन्न विकास कार्य को लेकर अधिकारियों से फिल्ड बैक लिया गया. इस दौरान लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सभी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करने व निर्धारित तिथि पर पूरा करने के निर्देश दिए. इस मौके पर विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि रामपुर उपमंडल की 11 सड़कें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेस-3 के तहत सुधारी जाएगी. वहीं, नाबार्ड के अंतर्गत भी रामपुर की 3 सड़कों का कार्य किया जाएगा.
'उत्तम गुणवत्ता से हों सभी निर्माण कार्य': विक्रमादित्य सिंह ने खनेरी अस्पताल में बन रहे ट्रामा सेंटर, ननखरी कॉलेज, पीएससी ननखरी, पीएससी कुंगलबालटी, पीएससी देलठ, रामपुर कॉलेज में साइंस ब्लॉक, खनेरी में ट्राइबल भवन, कोटला में इंजीनियर कॉलेज के निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा कि सभी कार्य उत्तम गुणवता के साथ पूरे होने चाहिए. वहीं, रामपुर उपमंडल में फॉरेस्ट क्लीयरेंस का कार्य पूरा करने और उसका निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू करने के भी निर्देश दिए. वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़कों पर से ब्लैक स्पॉट सुधारने के लिए भी कहा गया है.
'पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के विकास कार्यों को और आगे लेकर जाएंगे': इस दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री ने रामपुर बुशहर मुख्यालय में पेश आ रही यातायात समस्या के चलते बनने वाले बाइपास के लिए रोड़ मैप तैयार करने के निर्देश राष्ट्रीय राजमार्ग-5 के अधिकारियों को दिए. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह ने जो विकास कार्य किए हैं, उन्हें और भी उपर लेकर जाना है और सबको साथ मिलकर इसके लिए कार्य करना होगा. उन्होंने कहा कि मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं की रामपुर बुशहर में विकास कार्य में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. जो भी कमी आएगी उसे पूरा करने का भरपूर प्रयास किया जाएगा.
'पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह की अधिकारियों को दो टूक': विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जो भी अधिकारी यहां अपनी सेवाएं दे रहे हैं, वह सभी कार्यों को तय समय पर पूरा करें और अपने कार्यों को सुनिश्चित करें, ताकि क्षेत्र के लोगों को किसी तरह की समस्या पेश न आए. वहीं, संबंधित विभाग के अधिकारियों को चेताते हुए उन्होंने कहा कि जो अधिकारी बेहतर कार्य करेगें वही यहां पर रहेंगे और जो अधिकारी अपना कार्य सही तरह से नहीं करेंगे, उन अधिकारियों को यहां पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. उन्हें यहां से अन्य जगहों के लिए रास्ता दिखाया जाएगा.
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