ETV Bharat / state

IGMC प्रशासन के हाल, चिकित्सकों के लिए हीटर मरीज ठंड में में ठिठुरने को मजबूर

शिमला में सर्दियों के मौसम की पहली बारिश ने आइजीएमसी अस्पताल प्रबंधन की पोल खोल दी. सुविधाएं न मिलने के कारण अस्पताल आए मरीजों को जमीन पर ही ठिठुरना पड़ा.

आइजीएमसी अस्पताल
author img

By

Published : Nov 7, 2019, 8:55 PM IST

शिमला: प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल आईजीएमसी अपनी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का दावा करता है, लेकिन शिमला में गुरुवार को सर्दियों के मौसम की पहली बारिश ने अस्पताल प्रबंधन की पोल खोल दी. आईजीएमसी में मरीजों और तीमारदारों को गुरुवार को हुई बारिश की वजह से ठंड से ठिठुरना पड़ रहा है.

अस्पताल प्रशासन की तरफ से डाक्टरों के लिए तो उचित प्रबंध किए गए थे, लेकिन आईजीएमसी आने वाले मरीजों को जमीन पर ही ठिठुरना पड़ रहा है. गुरुवार को सुबह से हो रही बारिश से सूबे में ठंड बढ़ गई है. शहर के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में दूर दराज से आने वाले मरीजों को आईजीएमसी में ठंड से ठिठुरना पड़ा रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

अस्पताल में आने वृद्ध, महिलाएं व बच्चों को उचित सुविधाएं न मिलने की वजह से मजबूरन जमीन पर ही कम्बल लेकर बैठना पड़ रहा है. बता दें कि जहां अस्प्ताल में एक ओर मरीज और तीमारदार ठंड से ठिठुर रहे हैं, वहीं चिकित्सकों के कमरे में हीटर जले हुए हैं. अस्पताल के कई कमरे में खाली हीटर ही जले रहे, जहां कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था.

15 नम्बर से शुरू होते है सेंट्रल हीटिंग
अस्पताल में लगे सेंटल हीटिंग 15 नंवम्बर से ही शुरू किए जाएंगे, जबकि ठंड नवम्बर के पहले सप्ताह में ही शुरू हो गई है. ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीजों को उनकी बीमारियों के साथ-साथ ठंड से जूझना पड़ेगा.

शिमला: प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल आईजीएमसी अपनी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का दावा करता है, लेकिन शिमला में गुरुवार को सर्दियों के मौसम की पहली बारिश ने अस्पताल प्रबंधन की पोल खोल दी. आईजीएमसी में मरीजों और तीमारदारों को गुरुवार को हुई बारिश की वजह से ठंड से ठिठुरना पड़ रहा है.

अस्पताल प्रशासन की तरफ से डाक्टरों के लिए तो उचित प्रबंध किए गए थे, लेकिन आईजीएमसी आने वाले मरीजों को जमीन पर ही ठिठुरना पड़ रहा है. गुरुवार को सुबह से हो रही बारिश से सूबे में ठंड बढ़ गई है. शहर के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में दूर दराज से आने वाले मरीजों को आईजीएमसी में ठंड से ठिठुरना पड़ा रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

अस्पताल में आने वृद्ध, महिलाएं व बच्चों को उचित सुविधाएं न मिलने की वजह से मजबूरन जमीन पर ही कम्बल लेकर बैठना पड़ रहा है. बता दें कि जहां अस्प्ताल में एक ओर मरीज और तीमारदार ठंड से ठिठुर रहे हैं, वहीं चिकित्सकों के कमरे में हीटर जले हुए हैं. अस्पताल के कई कमरे में खाली हीटर ही जले रहे, जहां कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था.

15 नम्बर से शुरू होते है सेंट्रल हीटिंग
अस्पताल में लगे सेंटल हीटिंग 15 नंवम्बर से ही शुरू किए जाएंगे, जबकि ठंड नवम्बर के पहले सप्ताह में ही शुरू हो गई है. ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीजों को उनकी बीमारियों के साथ-साथ ठंड से जूझना पड़ेगा.

Intro:सर्दियां शुरू होते ही खुली आइजीएमसी प्रशासन की पोल
चिकित्सको के कमरे में जले रहे हीटर बाहर ठंड में ठिठुरते रहे मरीज

शिमला।
प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुबिधा का दावा करने वाला आइजीएमसी आए दिन असुविधा का अंबार मरीजों व तीमारदारों पर भारी पड़ रहा है। गुरुवार को राजधानी में सर्दियों के मौसम की पहली बारिश हुई जिससे तापमान में गिरावट आने से ठंड बढ़ गयी है।ऐसे में लोग जहाँ ठंड से बचने के लिए सेकने का इंतजाम करते है वही आइजीएमसी में मरीजो व तीमारदारों को गुरुवार को ठंड से ठिठुरना पड़ा


Body:गुरूवार को सुबह से हो रही बारिश से ठंड होने से आइजीएमसी में दूर दराज से आने वाले मरीजो व तीमारदारों को आइजीएमसी में ठंड से ठिठुरना पड़ा। अस्प्ताल में आने बृद्ध ,महिलाएं व बच्चो को मजबूरन जमीन पर कम्बल लेकर बैठे देखा गया। जबकि दिन के समय अस्प्ताल में चहल पहल होने के कारण लोग जमीन पर विस्तरा लगाकर नही बैठते है ।लेकिन ठंड से लोग मजबूरन एक कोने बे कंबल लेकर बैठने को मजबूर रहे


Conclusion:जहाँ अस्प्ताल में मरीज व तीमारदार ठंड से ठिठुर रहे थे वही चिकित्सको के कमरे में हीटर जलते रहे और कई जगह कमरे में खाली हीटर ही जले रहे
15 नम्बर से शुरू होते है सेंट्रल हीटिंग।
अस्प्ताल में लगे सेंटल हीटिंग 15नंबर से 15 तक ही चलते है जबकि ठंड नवम्बर के पहले सप्ताह में ही शुरू हो गई है ।ऐसे में अस्प्ताल आने वाले मरीजो को अभी ठंड से जूझना पड़ेगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.