शिमला: प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल आईजीएमसी अपनी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का दावा करता है, लेकिन शिमला में गुरुवार को सर्दियों के मौसम की पहली बारिश ने अस्पताल प्रबंधन की पोल खोल दी. आईजीएमसी में मरीजों और तीमारदारों को गुरुवार को हुई बारिश की वजह से ठंड से ठिठुरना पड़ रहा है.
अस्पताल प्रशासन की तरफ से डाक्टरों के लिए तो उचित प्रबंध किए गए थे, लेकिन आईजीएमसी आने वाले मरीजों को जमीन पर ही ठिठुरना पड़ रहा है. गुरुवार को सुबह से हो रही बारिश से सूबे में ठंड बढ़ गई है. शहर के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में दूर दराज से आने वाले मरीजों को आईजीएमसी में ठंड से ठिठुरना पड़ा रहा है.
अस्पताल में आने वृद्ध, महिलाएं व बच्चों को उचित सुविधाएं न मिलने की वजह से मजबूरन जमीन पर ही कम्बल लेकर बैठना पड़ रहा है. बता दें कि जहां अस्प्ताल में एक ओर मरीज और तीमारदार ठंड से ठिठुर रहे हैं, वहीं चिकित्सकों के कमरे में हीटर जले हुए हैं. अस्पताल के कई कमरे में खाली हीटर ही जले रहे, जहां कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था.
15 नम्बर से शुरू होते है सेंट्रल हीटिंग
अस्पताल में लगे सेंटल हीटिंग 15 नंवम्बर से ही शुरू किए जाएंगे, जबकि ठंड नवम्बर के पहले सप्ताह में ही शुरू हो गई है. ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीजों को उनकी बीमारियों के साथ-साथ ठंड से जूझना पड़ेगा.