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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बिंदल का इस्तीफा: राजधानी में चढ़ा सियासी पारा

राजीव बिंदल के इस्तीफे की कहानी का सबसे बड़ा किरदार बना स्वास्थ्य विभाग के निदेशक अजय गुप्ता का एक वायरल ऑडियो. इस 40 सेकेंड के ऑडियो में स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद को लेकर 5 लाख के लेन-देन की बात सामने आई थी. कथित घूसकांड में भाजपा नेताओं को बचाने के आरोप विपक्ष लगातार सरकार को घेरकर माहौल बना रहा था.

bindal resign from his designation
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बिंदल का इस्तीफा
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Published : May 27, 2020, 10:00 PM IST

Updated : May 28, 2020, 10:52 AM IST

शिमला: सूबे की राजधानी में सियासत का पारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल के इस्तीफे बाद गर्म हो गया. अब राजनीति जिस तरह करवट बदलेगी उस तरह सियासतदान अपने-अपने जवाबों को बदलते नजर आएंगे. इस्तीफे को जहां डॉ राजीव बिंदल ने नैतिकता का आधार बताया. वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने पार्टी का बचाव कर विपक्ष पर निशाना साधा. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने इस्तीफे को भाजपा का मामला बताया, लेकिन जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने की मांग की.

वायरल विडियो ने निभाया बड़ा किरदार

दरअसल बिंदल के इस्तीफे की कहानी का सबसे बड़ा किरदार बना स्वास्थ्य विभाग के निदेशक अजय गुप्ता का एक वायरल ऑडियो. इस 40 सेकेंड के ऑडियो में स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद को लेकर 5 लाख के लेन-देन की बात सामने आई थी. कथित घूसकांड में भाजपा नेताओं को बचाने के आरोप विपक्ष लगातार सरकार को घेरकर माहौल बना रहा था. लेकिन सरकार और संगठन की परेशान तब बढ़ी जब पार्टी के कुछ बडे़ नेता दबी जुबान में इसका विरोध करके आलाकमान पर दबाव बनाने की कोशिश करने लगे.

वीडियो

नैतिकता के आधार पर इस्तीफा- बिंदल

बिंदल ने ऑडियो वायरल होने के सात दिन बाद इस्तीफा देते हुए कहा कि वह नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे रहे हैं. बिंदल ने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि इस कथित घूसकांड में बीजेपी के किसी भी आदमी का हाथ नहीं है. विजिलेंस वायरल ऑडियो की जांच कर रही है. मैं इस समय पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष हूं. मैं चाहता हूं कि इस कथित भ्रष्टाचार के मामले की निष्पक्ष जांच हो. इसलिए मैं पद से इस्तीफा दे रहा हूं.

राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा फैसला लेंगे

राजीव बिंदल के इस्तीफे के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने नैतिकता के आधार पर त्याग-पत्र भेजा है. जिस पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा फैसला लेंगे. इस सारे विषय पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है. सीएम जयराम ने कहा कि विपक्ष के कुछ लोग इस विषय को बेवजह उठाने की कोशिश कर रहे थे. सारे विषय पर बिंदल जी ने बेहतर कदम उठाते हुए नैतिकता के आधार पर त्याग-पत्र दे दिया है. पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व इस पर फैसला लेगा. जांच निष्पक्ष हो रही है, इस पर किसी को उंगली उठाने की जरूरत नहीं है.

अधिकारी की गिरफ्तारी नाकाफी- राठौर

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने बिंदल के इस्तीफे पर कहा कि कांग्रेस लागतार सवाल उठा रही थी कि जिस अधिकारी की गिरफ्तारी हुई है वो नाकाफी है. कोई अधिकारी तब तक भ्रष्टाचार नहीं कर सकता जब तक उनके सिर पर बड़े नेता का हाथ न हो. राठौर ने कहा कि पीएम ने भी इस मामले का संज्ञान लेते दिल्ली से एक अधिकारी को तैनात किया है. जिस आधार पर अध्यक्ष पद पर से बिंदल ने इस्तीफा दिया है. बीजेपी अध्यक्ष के इस्तीफे से बीजेपी का चाल चरित्र बेनकाब हुआ है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद स्वास्थ्य विभाग देख रहे हैं. राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री जांच की बात कर रहे हैं, लेकिन विजिलेंस उनके अधीन है. उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज करें ताकि इसकी सच्चाई सामने आए.

शिमला: सूबे की राजधानी में सियासत का पारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल के इस्तीफे बाद गर्म हो गया. अब राजनीति जिस तरह करवट बदलेगी उस तरह सियासतदान अपने-अपने जवाबों को बदलते नजर आएंगे. इस्तीफे को जहां डॉ राजीव बिंदल ने नैतिकता का आधार बताया. वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने पार्टी का बचाव कर विपक्ष पर निशाना साधा. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने इस्तीफे को भाजपा का मामला बताया, लेकिन जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने की मांग की.

वायरल विडियो ने निभाया बड़ा किरदार

दरअसल बिंदल के इस्तीफे की कहानी का सबसे बड़ा किरदार बना स्वास्थ्य विभाग के निदेशक अजय गुप्ता का एक वायरल ऑडियो. इस 40 सेकेंड के ऑडियो में स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद को लेकर 5 लाख के लेन-देन की बात सामने आई थी. कथित घूसकांड में भाजपा नेताओं को बचाने के आरोप विपक्ष लगातार सरकार को घेरकर माहौल बना रहा था. लेकिन सरकार और संगठन की परेशान तब बढ़ी जब पार्टी के कुछ बडे़ नेता दबी जुबान में इसका विरोध करके आलाकमान पर दबाव बनाने की कोशिश करने लगे.

वीडियो

नैतिकता के आधार पर इस्तीफा- बिंदल

बिंदल ने ऑडियो वायरल होने के सात दिन बाद इस्तीफा देते हुए कहा कि वह नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे रहे हैं. बिंदल ने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि इस कथित घूसकांड में बीजेपी के किसी भी आदमी का हाथ नहीं है. विजिलेंस वायरल ऑडियो की जांच कर रही है. मैं इस समय पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष हूं. मैं चाहता हूं कि इस कथित भ्रष्टाचार के मामले की निष्पक्ष जांच हो. इसलिए मैं पद से इस्तीफा दे रहा हूं.

राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा फैसला लेंगे

राजीव बिंदल के इस्तीफे के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने नैतिकता के आधार पर त्याग-पत्र भेजा है. जिस पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा फैसला लेंगे. इस सारे विषय पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है. सीएम जयराम ने कहा कि विपक्ष के कुछ लोग इस विषय को बेवजह उठाने की कोशिश कर रहे थे. सारे विषय पर बिंदल जी ने बेहतर कदम उठाते हुए नैतिकता के आधार पर त्याग-पत्र दे दिया है. पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व इस पर फैसला लेगा. जांच निष्पक्ष हो रही है, इस पर किसी को उंगली उठाने की जरूरत नहीं है.

अधिकारी की गिरफ्तारी नाकाफी- राठौर

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने बिंदल के इस्तीफे पर कहा कि कांग्रेस लागतार सवाल उठा रही थी कि जिस अधिकारी की गिरफ्तारी हुई है वो नाकाफी है. कोई अधिकारी तब तक भ्रष्टाचार नहीं कर सकता जब तक उनके सिर पर बड़े नेता का हाथ न हो. राठौर ने कहा कि पीएम ने भी इस मामले का संज्ञान लेते दिल्ली से एक अधिकारी को तैनात किया है. जिस आधार पर अध्यक्ष पद पर से बिंदल ने इस्तीफा दिया है. बीजेपी अध्यक्ष के इस्तीफे से बीजेपी का चाल चरित्र बेनकाब हुआ है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद स्वास्थ्य विभाग देख रहे हैं. राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री जांच की बात कर रहे हैं, लेकिन विजिलेंस उनके अधीन है. उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज करें ताकि इसकी सच्चाई सामने आए.

Last Updated : May 28, 2020, 10:52 AM IST
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