शिमलाः हिमाचल में हींग की खेती की गूंज अब देश भर में सुनने लगी है. शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने CSIR की एक मीटिंग में एरोमा मिशन 2016 की चर्चा करते हुए हींग की खेती पर बात की. यहां बता दें कि हिमाचल में हींग की खेती की जा रही है. पहले देश इसके लिए बाहर के देशों और निर्भर करता था. अब हिमाचल प्रदेश में हींग और केसर की खेती आरम्भ कर दी गई है.
प्रदेश सरकार ने इस खेती को बढ़ावा देने के लिए 'कृषि से संपन्नता' योजना आरम्भ की है. इस योजना के तहत 6 जून, 2020 को हिमालय जैव सम्पदा प्रौद्योगिकी संस्थान आईएचबीटी, पालमपुर के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया है. प्रदेश में हींग व केसर की खेती के लिए मंडी, चम्बा, लाहौल-स्पीति व किन्नौर जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्र अनुकूल पाए गए हैं. लाहौल-स्पीति के कोरिंग गांव में हींग का पहला पौधा रोपित किया गया है.
हींग व केसर की खेती के लिए सरकार ने 10 करोड़ रुपये का प्रावधान
राज्य के कृषि मंत्री वीरेन्द्र कंवर के अनुसार इस योजना के अंतर्गत हींग व केसर की खेती के लिए सरकार ने 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. हींग की खेती के लिए कृषि विभाग ने 5 वर्षों में 302 हेक्टेयर क्षेत्र और केसर की खेती के लिए 3 वर्षों में 3.5 हेक्टेयर क्षेत्र को खेती करने का लक्ष्य रखा है. वहीं पीएम मोदी ने शुक्रवार की वर्चुअल मीटिंग के जरिए देश में हींग की खेती में मदद करने के लिए सीएसआईआर की सराहना की.
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