शिमला: हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी पर हाईकोर्ट के अधिवक्ता और कांग्रेस के मीडिया पैनलिस्ट विनय शर्मा ने सवाल खड़ा (police recruitment paper leak case)किया है. पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से करवाने को लेकर विनय ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. इस मामले में बीते दिन मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक और न्यायाधीश संदीप शर्मा की अदालत में सुनवाई हुई. अदालत ने इस मामले में राज्य सरकार को नोटिस जारी कर याचिका पर जवाब मांगा है.
अगली सुनवाई 26 मई को : इस याचिका पर अगली सुनवाई 26 मई को होगी. अधिवक्ता विनय शर्मा ने कहा कि प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ और 5 से 10 लाख में प्रदेश के कई युवाओं को बेचा गया. यह पेपर कैसे लीक हुआ इसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे. पेपर पुलिस की निगरानी में ही केंद्रों तक पहुचाया गया था. वहीं, से लीक होने की आशंका भी है. हालांकि,सरकार ने पेपर रद्द कर दिया और इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है.
निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती: पुलिस की निगरानी में पेपर लीक हुआ और पुलिस ही इस मामले की जांच कर रही है. ऐसे में निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है. विनय शर्मा ने कहा कि पुलिस सिलेक्शन बोर्ड में शामिल अधिकारी को ही SIT में रखा गया. इसको लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई और इस मामले की जांच हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई से करवाने की मांग की गई है.
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