शिमला: राजधानी शिमला के लोग इन दिनों कूड़ा बिलों को लेकर परेशान हैं. एक ओर जहां लोगों को ऑनलाइन बिल जमा करवाने में दिक्कतें आ रही हैं. वहीं मकान खाली होने के बावजूद भी नगर निगम लोगों को कूड़े के बिल थमा रहा है.
नगर निगम की महापौर को सौंपा ज्ञापन
बुधवार को विकास नगर की आवासीय समिति के सदस्य नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपकर डोर-टू-डोर कूड़ा बिल देने या ऑफलाइन काउंटर खोलकर बिलों के भुगतान की सुविधा देने और जो भी कमरे खाली हैं उनके बिल न लेने की मांग की. साथ ही उन्होंने नगर निगम से कूड़े के बिल बिजली के बिलों के साथ देने का आग्रह भी किया.
आवासीय समिति के अध्यक्ष ने बताया
विकास नगर आवासीय समिति के अध्यक्ष बालकृष्ण ने कहा कि लोगों को ऑनलाइन बिलों का भुगतान करना नहीं आ रहा है, जिसके चलते कई महीनों के बिल पेंडिंग हो रहे हैं. निगम कार्यालय में बिलों के भुगतान की व्यवस्था नहीं है और ना ही वार्डों में ऑफलाइन काउंटर लगाए जा रहे हैं. जहां पर लोग अपने बिल जमा करवाएं. साथ ही भवन में जो कमरे खाली हो जाते हैं उसके बिल भी नगर निगम थमा रहा है. इसको लेकर ही आज महापौर को ज्ञापन सौंपा गया है और लोगों की सहूलियत के लिए वार्डों में कैश कॉउंटर खोलने या फिर बिजली के बिलों के साथ ही लोगों को कूड़े के बिल देने की मांग की गई है.
नगर निगम की ऑनलाइन सुविधा ठप पड़ने से लोग परेशान
बता दें शहर के सभी वार्डों में नगर निगम डोर टू डोर कूड़ा उठाता है और उसके बदले में हर महीने निगम शुल्क वसूल करता है. शुल्क जमा कराने की नगर निगम ने ऑनलाइन सुविधा दी है, लेकिन लोग ऑनलाइन बिल नहीं जमा करवा पा रहे हैं. जिससे शहर के लोग परेशान हैं.
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