शिमलाः हिमाचल सरकार फिर से कर्ज लेने जा रही है. जयराम सरकार 500 करोड़ रुपये का लोन लेने की तैयारी कर चुकी है. कर्ज लेने पर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है और फिजूलखर्ची पर लगाम लगाने की नसीहत दी है.
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि सरकार आय के स्त्रोत बढ़ाने के बजाय कर्ज पर कर्ज ले रही है. मौजूदा समय में हिमाचल प्रदेश पर 53 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है. कर्मचारियों और अधिकरियों काे वेतन का भुगतान कर्ज से ही किया जा रहा है और विकास के कार्य ठप्प पड़े हैं.
सरकार अपने आय के स्त्रोत बड़ा नहीं पा रही है और कर्ज पर कर्ज ले रही है. बीते दो सालों में ही सरकार दो हजार करोड़ का कर्ज ले चुकी है. उन्होंने कहा कि इस कर्ज से विकास के कोई काम नहीं किए जा रहे हैं. कर्ज से पैसे से अधिकारी और मंत्री ऐश कर रहे हैं. राठौर ने कहा कि जयराम सरकार इन्वेस्टर मीट को लेकर निवेश की बड़े-बड़े सपने बेच रही है, लेकिन इस इन्वेस्टर मीट का कोई असर अभी तक नजर नहीं आ रहा है.
बता दें हिमाचल पर अब तक 53 हजार करोड़ का कर्ज हो गया है. पूर्व की सरकारों की तर्ज पर ही जयराम सरकार भी कर्ज के सहारे चल रही है. सरकार दो हजार करोड़ का अब तक कर्ज ले चुकी है और फिर से नए साल पर कर्ज लेने जा रही है.