शिमला: संगठनात्मक चुनावों की दृष्टि से परिस्थितियों का जायजा लेने के लिए नेशनल जनरल सेक्रेटरी मुरलीधर राव अगले हफ्ते हिमाचल आएंगे. परिस्थितियों का जायजा लेने के बाद वो अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंपेंगे. इसके बाद चुनावों के लिए आगे का कार्यक्रम केंद्र के निर्देश पर तय किया जाएगा.
बता दें कि नए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की ताजपोशी में अभी कुछ और देरी हो सकती है. हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 20 दिसंबर से पहले प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति की बात कही है, लेकिन विधानसभा का शीतकालीन सत्र खत्म होने के बाद शिमला नगर निगम के महापौर और उपमहापौर का चुनाव होना है.
शिमला नगर निगम में पहली बार भाजपा समर्थित महापौर और उपमहापौर बने हैं. यही कारण है कि इन चुनावों को भाजपा गंभीरता से ले रही है. वहीं, प्रदेश सरकार के दो साल पूरे होने को लेकर भी भव्य जश्न की तैयारियां की जा रही है. भाजपा सरकार के दो साल पूरे होने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का शिमला आने का कार्यक्रम है. इन सभी कार्यक्रमों को देखते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव जनवरी के पहले सप्ताह तक टलता नजर आ रहा है.
प्रदेशाध्यक्ष के चुनावों के लिए केंद्र की तरफ से अभी पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाना बाकी है. भाजपा के संविधान के अनुसार 10 विधायकों का चुना जाना आवश्यक है जो प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव में भाग लेंगे. इसके अलावा प्रदेश परिषद के सदस्यों का चुना जाना भी बाकि है, जिनमें 20 महिलाएं, 5 अनुसूचित जाति और जनजाती के व्यक्ति भी शामिल होंगे. साथ ही प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार होगा.
गौर हो कि भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष वही व्यक्ति होगा जो तीन अवधियों तक सक्रिय सदस्य और 10 वर्षों तक प्राथमिक सदस्य रहा हो. प्रदेश निर्वाचन मंडल में से कोई भी 10 सदस्य प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए चुनाव की योग्यता रखने वाले व्यक्ति का नाम संयुक्त रूप से प्रस्ताव कर सकेंगे.