शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को लेकर सोशल मीडिया पर कर्मचारी नेताओं द्वारा टिप्पणी की जा रही है. जिसको लेकर जयराम ठाकुर ने कर्मचारियों को नसीहत दी है और किसी पार्टी का कर्मचारी बनकर काम न करने की नसीहत दी है. साथ ही उल जलूल पोस्ट ना डालने की नसीहत दी है. सोमवार को विधानसभा में मीडिया से रूबरू होते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व में कर्मचारियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी उनके खिलाफ कार्रवाई की गई और उन्हें सस्पेंड तक कर दिया गया, लेकिन उनके खिलाफ सुबह से लेकर शाम तक सोशल मीडिया पर कर्मचारी लिख रहे हैं.
उन्होंने कहा कि वे कर्मचारी भी कानून के दायरे में आते हैं, लेकिन सरकार द्वारा उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. बल्कि उन्हें सम्मानित किया जा रहा है और उनके मनपसंद की पोस्टिंग देकर उन्हें नवाजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह सही व्यवस्था नहीं है. सभी को अपनी भावनाएं व्यक्त करने का अधिकार है, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से कर्मचारी यदि इस तरह से एक पार्टी के हो जाएंगे तो ऐसे कर्मचारियों को सावधान होने की जरूरत है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकारें आती और जाती रहती हैं. यह समझना होगा कि यह लंबे समय तक नहीं चलेगा. उन्होंने केवल ऐसे कर्मचारियों को संदेश दिया है कि जो सरकारी कर्मचारी के रूप में कार्य कर रहे हैं और सोशल मीडिया में बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करनी है इस पर भी विचार किया जा रहा है. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ कर्मचारियों द्वारा टिप्पणी की जा रही है. इन टिप्पणियों को लेकर बीते दिन मंडी में भी जयराम ठाकुर ने उन्हें खलडी में रहने की हिदायत दी थी.
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