शिमला: हिमाचल विधानसभा के मॉनसून सत्र में शुक्रवार को ऊना के भदसाली गांव में एक चौकीदार की गोली मारकर हत्या करने के मामले पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने गोलीकांड के पीछे राजनीतिक संरक्षण के आरोप लगाए.
अग्निहोत्री ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि एक टंकी के लिए कत्ल नहीं हो सकता है. इसमें प्रधान ने भी भाग कर जान बचाई है और जिस चौकीदार की हत्या हुई है, उसकी दो बच्चियां है. ये पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हरोली पुलिस स्टेशन में भी लोगों की सुनवाई नहीं हो रही है और इस पुलिस स्टेशन का नाम बदल कर बीजेपी पुलिस स्टेशन रखा जाना चाहिए. भदसाली में हुए गोली कांड की न्यायिक जांच की मांग की गई है, जिससे निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा मिल सके.
इस घटना से क्षेत्र के लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस मामले में एसआईटी गठित करने की बात कही है और चार लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह रहेगा कि इस तरह के तत्वों पर नकेल लगाई जाए.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यस्वथा पूरी तरह से चरमरा गई है. खनन माफिया और वन माफिया सक्रिय हैं. आए दिन हत्या और रेप जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. सरकार इस पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से नाकाम है.
क्या बोले सीएम ?
वहीं, नेता प्रतिपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भदसाली गोलीकांड में संलिप्त सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में न्यायिक जांच की जरूरत महसूस नहीं होती.
मुख्यमंत्री ने कहा, जमीन संबंधी विवाद के बाद यह हत्या हुई है. इस विवाद में चौकीदार को दुनाली बंदुक से गोली मारी गई थी. बंदुक भी जब्त कर ली गई है. बंदूक का लाइसेंस जम्मू-कश्मीर से बनाया गया है. मामले की जांच को एसआईटी बनाई गई है.
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