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Sukhu Govt One Year: 101 करोड़ रुपये के सुख आश्रय कोष से साल 2023 की शुरुआत, आपदा राहत फंड में सीएम ने भेंट की थी जीवन भर की जमा पूंजी

Sukhu Govt One Year: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार 11 दिसंबर को एक साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है. सरकार ने 101 करोड़ रुपये के सुख आश्रय कोष से साल 2023 की शुरुआत की थी. वहीं, आपदा राहत फंड में सीएम ने जीवन भर की जमा पूंजी भेंट की थी. सरकार में आने से पहले कांग्रेस ने OPS लागू करने की गारंटी दी थी. जो सुक्खू सरकार ने पूरी कर दी. आइए जानते हैं सरकार के एक साल का सफर कैसा रहा. पढ़ें पूरी खबर...

ONE YEAR OF Sukhu Govt IN HIMACHAL
हिमाचल में कांग्रेस सरकार का एक साल का सफर
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Dec 10, 2023, 10:22 PM IST

Updated : Dec 11, 2023, 7:06 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में बतौर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 11 दिसंबर 2022 को सत्ता संभाली थी. शिमला के रिज मैदान पर शपथ ग्रहण समारोह में उनके साथ मुकेश अग्निहोत्री ने डिप्टी सीएम के पद की शपथ ली थी. सरकार के मुखिया बनने के बाद साल 2023 की शुरुआत में ही सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 101 करोड़ रुपये के सुख आश्रय कोष की स्थापना का ऐलान किया. यही नहीं, उस कोष में सीएम ने सबसे पहले अपने एक माह के वेतन का अंशदान दिया था. सरकार के मुखिया का अनुसरण करते हुए विधायकों ने भी अपने एक माह के वेतन की रकम सुख आश्रय कोष में भेंट की. इस कोष से निराश्रित बच्चों के लिए कई सहूलियतों का ऐलान किया गया. बाद में इन बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ स्टेट बनाया गया.

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस काम से अपने संवेदनशील राजनेता होने का परिचय दिया. मानसून सीजन में हिमाचल ने अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी तबाही देखी. भारी बरसात में हिमाचल में सैकड़ों लोगों की जान गई. हजारों घर, गोशालाएं ध्वस्त हो गई. सड़कें और नेशनल हाईवे बह गए. हजारों लोग बेघर हुए. हिमाचल में आई इस त्रासदी को देखते हुए राज्य सरकार ने सीएम आपदा राहत कोष का गठन कर सबसे उदारतापूर्वक अंशदान की अपील की.

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य के सीएम होने के नाते पहल की और अपने जीवन भर की पूंजी आपदा राहत कोष में भेंट कर दी. सितंबर महीने की 15 तारीख को मुख्यमंत्री सुक्खू ने कुल 51 लाख रुपये का चेक सीएम आपदा राहत कोष में दिया. तब उनके खाते में सिर्फ 17 हजार रुपये की रकम बची थी. यही नहीं, सीएम सुखविंदर सिंह की माताजी और बहन ने भी अपने सामर्थ्य के अनुसार आपदा राहत कोष में अंशदान किया. इस पैसे से जरूरतमंद लोगों की मदद की गई. आपदा राहत कोष में 140 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जुड़ चुकी है.

उल्लेखनीय है कि राज्य में जयराम सरकार के दौरान कोरोना महामारी के समय भी सुखविंदर सिंह ने 11 लाख रुपये का अंशदान दिया था. सुखविंदर सिंह सुक्खू तब तीसरी बार नादौन से विधायक बने थे. सीएम सुखविंदर सिंह ने जिस समय अपने जीवन भर की पूंजी के रूप में 51 लाख रुपये आपदा राहत कोष में दिए, उस दौरान प्रदेश की जनता ने इस कदम की खूब तारीफ की थी. सीएम सुखविंदर सिंह का कहना था कि राज्य के मुखिया के तौर पर जनता से अंशदान के लिए अपील करने से पहले उन्हें खुद मिसाल पेश करनी थी. उनका कहना है कि सत्ता सुख के लिए नहीं, व्यवस्था परिवर्तन के लिए उनकी सरकार काम कर रही है.

ये भी पढ़ें: एक साल में 10 में से 3 गारंटियां पूरी, 5 साल में करेंगे हर वादा पूरा- सीएम सुक्खू

शिमला: हिमाचल प्रदेश में बतौर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 11 दिसंबर 2022 को सत्ता संभाली थी. शिमला के रिज मैदान पर शपथ ग्रहण समारोह में उनके साथ मुकेश अग्निहोत्री ने डिप्टी सीएम के पद की शपथ ली थी. सरकार के मुखिया बनने के बाद साल 2023 की शुरुआत में ही सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 101 करोड़ रुपये के सुख आश्रय कोष की स्थापना का ऐलान किया. यही नहीं, उस कोष में सीएम ने सबसे पहले अपने एक माह के वेतन का अंशदान दिया था. सरकार के मुखिया का अनुसरण करते हुए विधायकों ने भी अपने एक माह के वेतन की रकम सुख आश्रय कोष में भेंट की. इस कोष से निराश्रित बच्चों के लिए कई सहूलियतों का ऐलान किया गया. बाद में इन बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ स्टेट बनाया गया.

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस काम से अपने संवेदनशील राजनेता होने का परिचय दिया. मानसून सीजन में हिमाचल ने अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी तबाही देखी. भारी बरसात में हिमाचल में सैकड़ों लोगों की जान गई. हजारों घर, गोशालाएं ध्वस्त हो गई. सड़कें और नेशनल हाईवे बह गए. हजारों लोग बेघर हुए. हिमाचल में आई इस त्रासदी को देखते हुए राज्य सरकार ने सीएम आपदा राहत कोष का गठन कर सबसे उदारतापूर्वक अंशदान की अपील की.

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य के सीएम होने के नाते पहल की और अपने जीवन भर की पूंजी आपदा राहत कोष में भेंट कर दी. सितंबर महीने की 15 तारीख को मुख्यमंत्री सुक्खू ने कुल 51 लाख रुपये का चेक सीएम आपदा राहत कोष में दिया. तब उनके खाते में सिर्फ 17 हजार रुपये की रकम बची थी. यही नहीं, सीएम सुखविंदर सिंह की माताजी और बहन ने भी अपने सामर्थ्य के अनुसार आपदा राहत कोष में अंशदान किया. इस पैसे से जरूरतमंद लोगों की मदद की गई. आपदा राहत कोष में 140 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जुड़ चुकी है.

उल्लेखनीय है कि राज्य में जयराम सरकार के दौरान कोरोना महामारी के समय भी सुखविंदर सिंह ने 11 लाख रुपये का अंशदान दिया था. सुखविंदर सिंह सुक्खू तब तीसरी बार नादौन से विधायक बने थे. सीएम सुखविंदर सिंह ने जिस समय अपने जीवन भर की पूंजी के रूप में 51 लाख रुपये आपदा राहत कोष में दिए, उस दौरान प्रदेश की जनता ने इस कदम की खूब तारीफ की थी. सीएम सुखविंदर सिंह का कहना था कि राज्य के मुखिया के तौर पर जनता से अंशदान के लिए अपील करने से पहले उन्हें खुद मिसाल पेश करनी थी. उनका कहना है कि सत्ता सुख के लिए नहीं, व्यवस्था परिवर्तन के लिए उनकी सरकार काम कर रही है.

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Last Updated : Dec 11, 2023, 7:06 AM IST
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