शिमला: हिमाचल में पर्वों और उत्सवों को मनाने का अपना एक रीति रिवाज है. मेले ओर त्योहारों पर लोग अपनी मान्यताओं के साथ अपने पर्वों को मनाते हैं. इसी तरह से दिवाली के बाद ऊपरी शिमला के स्थानों पर बूढ़ी दिवाली का त्योहार भी मनाया जाता है.
ठियोग की पंचायत नागजूबड़ में प्रसिद्ध देवठी श्री कालू नाग देवता मंदिर धार कंदरू में एकादश बूढ़ी दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर एसडीएम ठियोग कृष्ण कुमार शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिनका स्वागत मंदिर के कारदारों और नव युवक मंडल किया. इस दौरान मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया और देवता की पूजा अर्चना कर लोगों ने आशीर्वाद लिया.
बूढ़ी दिवाली के अवसर पर मंदिर के कारदारों व कल्यानों ने परंपरा के अनुसार दैडा जला कर दिवाली का शुभारंभ किया. इस अवसर पर कारदारों व स्थानीय लोगों ने मंदिर परिसर में आग के चारों ओर महाभारत व रामायण की चौपाइयों को पहाड़ी भाषा में गाकर विशेष नृत्य किया. कार्यक्रम में प्राचीन परंपरा के सूचक करियाला भी किया.
इस अवसर पर कई लोक कलाकारों ने पहाड़ी गानों पर प्रस्तुतियां पेश की, जिसका जनता ने भरपूर लुत्फ उठाया. हालांकि मौसम की वजह से कार्यक्रम में बाधा पड़ती रही, लेकिन लोगों ने ठंड के बावजूद भी कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया.