शिमला: प्रधान शिक्षा सचिव ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से ऐप को इस्तेमाल ना किए जाने को लेकर फटकार लगाई है. उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से ऐप को इस्तेमाल ना किए जाने की वजह भी पूछी है.
बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों के निरीक्षण के लिए 'शिक्षा साथी ऐप' को तैयार किया गया है, लेकिन अभी तर इस ऐप को जांच अधिकारियों ने डाउनलोड ही नहीं किया है. हालांकि कई बीडीईओ इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन जो अधिकारी जांच के लिए स्कूलों में जाते हैं उन्होंने अभी तक इस ऐप का इस्तेमाल नहीं किया है.
इस ऐप के माध्यम से शिक्षा विभाग के इंस्पेक्शन टीम ने विभाग को स्कूलों पर जाकर अपडेट भेजने का निर्णय लिया था. स्कूल के निरीक्षण की पूरी अपडेट ऑनलाइन है, जो कि इस ऐप के माध्यम से भेजी जानी हैं.
प्रधान शिक्षा सचिव के.के पंत ने यह निर्देश शिक्षा विभाग को दिए हैं कि इस ऐप का इस्तेमाल करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश जारी किए जाएं, जिससे ऐप बनाने का उद्देश्य पूरा हो सके.
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बता दें कि 'शिक्षा साथी ऐप' का शुभारंभ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया था. इस ऐप के माध्यम से तीन हजार अधिकारियों को जोड़ा गया है, जो प्रदेश के 15 हजार स्कूलों का निरीक्षण करेंगे. ऐप के माध्यम से ही शिक्षा विभाग जहां स्कूलों के निरीक्षण पर नजर रखेगा. इस ऐप को बनाने का उद्देश्य स्कूलों का निरीक्षण कर वहां की पाठक की प्रक्रिया पर नजर रखना और शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है.