शिमला: प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल न करने और धारा 118 को समाप्त करने को लेकर चर्चा चल रही है. इसे लेकर शुक्रवार को एनएसयूआई ने शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान एनएसयूआई ने छात्र संघ चुनाव को बहाल करने की मांग उठाई.
एनएसयूआई के जिला शिमला इंचार्ज छतर सिंह ने कहा कि जब प्रदेश के कॉलेजों और विश्वविद्यालय में छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर एससीए का गठन मेरिट आधार पर करवाया जा रहा है, तो इसी आधार पर लोकसभा और विधानसभा के चुनाव भी मेरिट के आधार पर ही किए जाने चाहिए.
इसके साथ ही उन्होंने धारा 118 में उल्लंघन को लेकर भी विरोध किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल में बाहर के लोगों को आश्रय नहीं दी जानी चाहिए.
इसके अलावा निजी स्कूलों के साथ किए जा रहे एमओयू के खिलाफ भी एनएसयूआई ने प्रदर्शन किया. छतर सिंह ने बताया कि शिक्षा मंत्री निजी स्कूलों के साथ शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर एमओयू किए जा रहे हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में एनएसयूआई ने मांग उठाई है कि सरकार सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता की तरफ भी ध्यान दें.
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