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'मेरिट के आधार पर हो लोकसभा-विधानसभा चुनाव', छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग पर बोली NSUI

एनएसयूआई ने डीसी ऑफिस शिमला के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल, धारा 118 से छेड़छाड़ न करने और सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता की तरफ ध्यान देने की मांग की.

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Published : Aug 9, 2019, 7:08 PM IST

NSUI

शिमला: प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल न करने और धारा 118 को समाप्त करने को लेकर चर्चा चल रही है. इसे लेकर शुक्रवार को एनएसयूआई ने शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान एनएसयूआई ने छात्र संघ चुनाव को बहाल करने की मांग उठाई.

एनएसयूआई के जिला शिमला इंचार्ज छतर सिंह ने कहा कि जब प्रदेश के कॉलेजों और विश्वविद्यालय में छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर एससीए का गठन मेरिट आधार पर करवाया जा रहा है, तो इसी आधार पर लोकसभा और विधानसभा के चुनाव भी मेरिट के आधार पर ही किए जाने चाहिए.

इसके साथ ही उन्होंने धारा 118 में उल्लंघन को लेकर भी विरोध किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल में बाहर के लोगों को आश्रय नहीं दी जानी चाहिए.

छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग पर बोली NSUI

इसके अलावा निजी स्कूलों के साथ किए जा रहे एमओयू के खिलाफ भी एनएसयूआई ने प्रदर्शन किया. छतर सिंह ने बताया कि शिक्षा मंत्री निजी स्कूलों के साथ शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर एमओयू किए जा रहे हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में एनएसयूआई ने मांग उठाई है कि सरकार सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता की तरफ भी ध्यान दें.

ये भी पढ़ें: इतिहास बनकर रह जायेगा सोलन का पुराना संस्कृत भवन, जिला प्रशासन ने तोड़ने के दिए निर्देश

शिमला: प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल न करने और धारा 118 को समाप्त करने को लेकर चर्चा चल रही है. इसे लेकर शुक्रवार को एनएसयूआई ने शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान एनएसयूआई ने छात्र संघ चुनाव को बहाल करने की मांग उठाई.

एनएसयूआई के जिला शिमला इंचार्ज छतर सिंह ने कहा कि जब प्रदेश के कॉलेजों और विश्वविद्यालय में छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर एससीए का गठन मेरिट आधार पर करवाया जा रहा है, तो इसी आधार पर लोकसभा और विधानसभा के चुनाव भी मेरिट के आधार पर ही किए जाने चाहिए.

इसके साथ ही उन्होंने धारा 118 में उल्लंघन को लेकर भी विरोध किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल में बाहर के लोगों को आश्रय नहीं दी जानी चाहिए.

छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग पर बोली NSUI

इसके अलावा निजी स्कूलों के साथ किए जा रहे एमओयू के खिलाफ भी एनएसयूआई ने प्रदर्शन किया. छतर सिंह ने बताया कि शिक्षा मंत्री निजी स्कूलों के साथ शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर एमओयू किए जा रहे हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में एनएसयूआई ने मांग उठाई है कि सरकार सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता की तरफ भी ध्यान दें.

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Intro:प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल ना होने के साथ ही धारा 118 को समाप्त करने को लेकर जो एक चर्चा चल रही है उसके विरोध में छात्र संघ एनएसयूआई ने भी अपनी आवाज़ बुलंद कर दी है। अपनी इन्ही मांगो को लेकर एनएसयूआई ने आज शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया।अपने इस प्रदर्शन के माध्यम से एनएसयूआई ने छात्र संघ चुनावों की बहाली की मांग उठाई।

Body:एनएसयूआई के जिला शिमला के इंचार्ज छतर सिंह ने कहा कि जब प्रदेश के कॉलेजो ओर विश्वविद्यालय में छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर एससीए का गठन मेरिट आधार पर करवाया जा रहा है तो इसी आधार पर लोकसभा और विधानसभा के चुनाव भी मेरिट के आधार पर ही किए जाने चाहिए।।इसके साथ ही उन्होंने धारा 118 में उल्लंघन को लेकर उठ रही मांगो का भी विरोध किया।उन्होंने कहा कि हिमाचल हिमाचलियों के लिए यहां बाहर के लोगों को श्रये नहीं दी जानी चाहिए ओर एनएसयूआई इसका पुरजोर विरोध करेगी।
Conclusion:अपनी तीसरी मांग जिसे लेकर एनएसयूआई ने यह प्रदर्शन किया वह निजी स्कूलों के साथ किए जा रहे एमओयू। एनएसयूआई ने कहा कि शिक्षा मंत्री कह रहे है कि निजी स्कूलों के साथ शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर एमओयू किए जा रहे है लेकिन सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता की तरफ वह ध्यान नहीं देंगें। जहां ना बच्चें है ना शिक्षक। ऐसे में एनएसयूआई ने मांग उठाई है कि सरकार सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता की तरफ ध्यान दे।
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