शिमला: राजधानी शिमला में नगर निगम बरसात से पहले ही तैयारियों में जुट गया है. शहर में हर साल बरसात में नालियों के ब्लॉक होने के चलते पानी रास्तों और सड़कों पर बहता है. इससे लोगों को काफी परेशानी होती है. इसी के चलते कोरोना कर्फ्यू के दौरान ही इस बार शहर के बड़े नालों के साथ ही नालियों को नगर निगम दुरुस्त करने में जुट गया है.
नगर निगम ने नालों में करवाई सफाई
शहर में 114 के करीब बड़े नाले हैं जहां गंदगी जाने से बरसात में ये बंद हो जाते हैं और पानी सड़कों पर आ जाता है. ऐसे में इस बार नगर निगम ने इन सभी नालों का अमृत मिशन के तहत मरम्मत कार्य करवा दिया है. साथ ही शहर भर में छोटी नालियों को भी दुरुस्त कर दिया है.
शहर में कर्फ्यू का फायदा उठाते हुए नगर निगम ने अपने कर्मचारियों के साथ ही टेंडर अलॉट कर ठेकेदारों के द्वारा नालों की सफाई का काम किया है. सबसे बड़ा परेशानी का कारण कृष्णानगर में लिफ्ट के पास बना नाला है. यहां नाले के ब्लॉक होने पर बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस जाता है.
निगम ने उठाया कोरोना कर्फ्यू का फायदा
नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली का कहना है कि नगर निगम द्वारा बरसात से पहले ही शहर में सभी छोटे बड़े नालो को दुरुस्त कर दिया है और निगम द्वारा हफ्ते में 2 दिन पहाड़ियों पर सफाई अभियान भी चलाया था, ताकि गंदगी नालियों में जमा न हो और बरसात में नाले ब्लॉक न हो जाएं. उन्होंने कहा कि अमृत मिशन के तहत शहर के तकरीबन सभी बड़े नालों को कवर किया गया है और अब आधुनिक मशीनों से भी सफाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान शहर में कार्यों को लेकर कोई भी दिक्कत नहीं नही आई है. मिडिल बाजार वार्ड के पार्षद इंद्रजीत ने कहा कि शहर में बरसात से पहले ही सभी छोड़े-बड़े नाले को दुरुस्त कर दिया गया है.
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