शिमला: मानसून ने अबकी बार हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही मचाई है. मूसलाधार बारिश से प्रदेश में जानमाल की भारी क्षति हुई है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार बरसात ने इस बार हिमाचल प्रदेश को 4600 करोड़ से ज्यादा की चपत लगाई है. नुकसान का यह आंकड़ा अभी और बढ़ने की संभावना है. भारी बारिश से इस बार 122 लोगों की जानें गई हैं.
PWD को 1429 करोड़ का नुकसान: हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार भारी बारिश ने प्रदेश में सड़कों, पानी की परियोजनाओं, निजी संपत्तियों को अब तक 4635 करोड़ का नुकसान पहुंचाया है. बताया जा रहा है कि इसमें पीडब्ल्यूडी को करीब 1429 करोड़ का नुकसान हुआ है. भारी बारिश से प्रदेश के कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं और 40 से ज्यादा पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.
![Monsoon Damage due to heavy rain in Himachal.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18-07-2023/19026096_2.jpg)
हिमाचल में 720 सड़कें बंद: वहीं, लगातार बारिश से सड़कें भी बंद हो रही हैं. हालांकि पीडब्ल्यूडी सड़कों को खोलने के काम में जुटा है, लेकिन बारिश के चलते सड़कों को खोलने के काम में परेशानी हो रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में 720 सड़कें बंद हो गई है. इनमें सबसे ज्यादा 420 सड़कें पीडब्ल्यूडी शिमला जोन के तहत बंद हैं. जबकि 230 सड़कें मंडी जोन के तहत, 30 सड़कें कांगड़ा जोन और 10 सड़कें हमीरपुर जोन के तहत बंद हुई हैं.
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434 पेयजल परियोजनाएं बंद: भारी बारिश से प्रदेश में पेयजल परियोजनाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार जल शक्ति विभाग की करीब 7145 परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं. जिनमें 5644 परियोजनाएं पीने के पानी की हैं. इनमें से करीब 5210 परियोजनाओं को विभाग बहाल कर चुका है. जबकि 434 परियोजनाएं अभी भी ठप हैं. इसके अलावा 1331 सिंचाई, 49 सीवरेज और 121 बाढ़ नियंत्रण की परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. अब तक विभाग को करीब 1393 करोड़ का नुकसान आंका गया है.
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