शिमला: कैबिनट में हुई चर्चा के बाद अब स्थानीय विधायक एसडीएम के साथ बैठक कर क्षेत्र में कोरोना की स्थिति पर चर्चा करेंगे. विधायक स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों से सहयोग लेकर लोगों की सहायता करेंगे. कैबिनेट में हुई चर्चा के बाद जयराम सरकार कोरोना काल में घर-घर पहुंचने की मुहिम में विधायकों का सहयोग लेगी.
विधायक का विशेष रोल
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अब जाकर प्रदेश सरकार ने विधायकों को भी मैदान में उतारा है. वहीं, कुछ विधायक अपने स्तर पर ही मदद करते रहे हैं. अब तक जयराम सरकार की तरफ से केवल अफसरों ने कमान संभाली थी, लेकिन अब प्रदेश सरकार द्वारा भेजी गई किट लेकर विधायक चुने हुए पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 के रोगियों को घर-द्वार जाएंगे.
रोगियों को शीघ्र उपलब्ध करवाई जाएगी कोरोना किट
दरअसल विधायकों को कोरोना संक्रमितों के घर भेजने और उनका हाल पूछने की पटकथा कुछ दिन पहले ही तैयार कर दी गई थी. जब होम आइसोलशन में रह रहे कोविड-19 मरीजों के लिए कोरोना किट लॉन्च की गई थी. इस किट के ऑनलाइन शुभारंभ पर जयराम ठाकुर ने कहा था कि यह किट संबंधित विधायकों द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 के रोगियों को वितरित की जाएगी. उन्होंने निर्वाचित प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि रोगियों को शीघ्र यह किट उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें.
दूसरी लहर में पॉजिटिविटी दर 15.67 प्रतिशत
जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर अधिक घातक है. प्रदेश में लगातार कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में पॉजिटिविटी दर 5.53 प्रतिशत थी. जबकि दूसरी लहर में यह दर बढ़कर 15.67 प्रतिशत हो गई है. उन्होंने कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने क्षमता निर्माण के लिए अथक प्रयास किए हैं.
प्रदेश में बढ़ाई जा रही स्वास्थ्य सुविधा
वहीं, प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थानों में बिस्तर क्षमता को बढ़ाकर लगभग 5000 किया गया है, जो पहले 1200 थी. इसी प्रकार प्रदेश में ऑक्सीजन की भंडारन क्षमता 25 मीट्रिक टन तक बढ़ाई गई है.
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