शिमला: आइजीएमसी में चल रहे लंगर को बंद करने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. आइजीएमसी प्रशासन द्वारा लंगर का सामान बाहर निकाल दिया. वहीं, सरबजीत सिंह बॉबी उर्फ 'वेला बॉबी' के समर्थन में कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह उतर आए हैं. विक्रमादित्य सिंह ने लंगर बंद करने के विरोध में रविवार को शिमला के रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए. उन्होंने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित करार दिया है. साथ ही, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस फैसले पर पुनः विचार करने की मांग की है.
विक्रमादित्य सिंह ने लंगर बंद करवाने की कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण और राजनीति से प्रेरित करार दिया. उन्होंने कहा कि आइजीएमसी में प्रदेश के दूर-दराज इलाकों से लोग इलाज करवाने आते है. यहां आने वाले कई लोग ऐसे होते हैं जो अस्पताल के बाहर होटल्स में खाना नहीं खा सकते हैं. ऐसे लोगों के लिए सरबजीत सिंह बॉबी ने 7 साल पहले लंगर सेवा शुरू की थी और लोगों को नि:शुल्क खाना खिलाने का काम कर रहे थे, लेकिन आइजीएमसी प्रशासन ने इसे बंद कर दिया है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि लंगर की जगह को छावनी में तब्दील कर दिया गया, जैसे पुलिस पाकिस्तान से युद्ध करने जा रही है और ये पुलिस की नाकामी है. उन्होंने कहा कि किसी को फायदा पहुचने के लिए ये कार्रवाई की गई है. इसके खिलाफ आज शांति पूर्ण तरीके से महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठे हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल को दोबारा से विचार करें और सरबजीत सिंह बॉबी को दोबारा से लंगर सेवा शुरू करने की अनुमति दें.
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