शिमला: कांगड़ा के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में सांसद किशन कपूर समेत कुछ भाजपा नेताओं की गुप्त बैठक के बाद प्रदेश में सियासी घमासान मच गया है. कांगड़ा रेस्ट हाउस में किशन कपूर की अगुवाई में हुई बैठक में पूर्व मंत्री रविंद्र रवि समेत बीजेपी के 11 नेता मौजूद थे.
अब बीजेपी नेताओं की गुप्त बैठक को लेकर नुरपूर विधायक राकेश पठानिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की हरकतों से संगठन कमजोर होता है. कोविड-19 के दौर में इस प्रकार की बैठकें करना सही बात नहीं है. हमने पार्टी हाईकमान से मामले की जांच करने की मांग की है.
बीजेपी विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी कार्यकर्ता कोरोना महामारी से जनता को बचाने के लिए काम कर रहे हैं. वहीं, पार्टी के ये बागी नेता अपनी सरकार व संगठन को अस्थिर करने के लिए कांगड़ा के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में षड्यंत्र रचने में मस्त हैं.
विधायक राकेश पठानिया ने कहा कि कि इन बागी नेताओं ने किस-किस नेता को फोन पर बैठक में आने के लिए दबाव डाला, उसकी सारी जानकारी बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज दी गई है.
हालांकि इस बैठक को किशन कपूर ने रूटीन का मिलना-जुलना बताया. उनके मुताबिक वे सांसद हैं और पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलना उनका कार्य है. इस दौरान कोविड-19 से पैदा हालात पर भी विचार-विमर्श हुआ है, लेकिन कांगड़ा जिला के कुछ विधायकों ने इस बैठक पर कड़ा ऐतराज जताया है.
भाजपा के वरिष्ठ विधायक राकेश पठानिया की अगुवाई में जिला के कुछ विधायकों ने इस बैठक पर आपत्ति जताते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा है. इस पत्र के मीडिया में आते ही बवाल खड़ा हो गया. सांसद किशन कपूर ने पत्र को सार्वजनिक करने के कदम को अनुशासनहीनता तक करार दिया है.
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